UP Politics: जन्माष्टमी पर शिवपाल यादव का संदेश, भागवत गीता का जिक्र करते हुए किसे बताया 'कंस'?
UP Politics: प्रसपा नेता शिवपाल यादव ने सपा नेता अखिलेश यादव पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला बोलते हुए उनकी तुलना कंस से कर दी है.
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UP News: प्रसपा नेता शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने जन्माष्टमी के दिन अपने भतीजे सपा नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर बड़ा हमला बोला है. शिवपाल ने यदुवंशियों के नाम एक चिट्ठी जारी की है जिसमें बिना नाम लिए अखिलेश यादव की तुलना कंस से कर दी है. विधानसभा चुनाव के बाद ही यह साफ हो गया था कि चाचा और भतीजे की राह बिल्कुल जुदा रहेगी. कई बार शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव को लेकर सवाल भी खड़े किए हैं लेकिन जन्माष्टमी के मौके पर आज जिस तरीके से उन्होंने अखिलेश पर हमला बोला है उसे अब तक का सबसे बड़ा हमला कहा जा सकता है.
यदुवंशियों के नाम चिट्ठी में शिवपाल ने यह लिखा
दरअसल जन्माष्टमी के मौके पर शिवपाल यादव ने यदुवंशियों के नाम एक चिट्ठी जारी की है इसमें गीता के उपदेश का जिक्र करते हुए कंस का भी जिक्र किया गया है.शिवपाल ने इस चिट्ठी में लिखा, 'जब भी कोई कंस अपने पिता को छल-बल से अपमानित कर पद से हटाकर अनाधिकृत आधिपत्य स्थापित करता है, तो धर्म की रक्षा के लिए मां यशोदा के लाल ग्वालों के सखा योगेश्वर श्रीकृष्ण अवश्य अवतार लेते हैं और अपनी योग माया से अत्याचारियों को दंड देकर धर्म की स्थापना करते हैं.' हालांकि इस पूरी चिट्ठी में कहीं भी अखिलेश यादव का नाम तो नहीं लिया गया है लेकिन अखिलेश और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के बीचे जो कुछ भी हुआ, वह किसी से छुपा नहीं है.
प्रसपा का उदय नियति का परिणाम - शिवपाल
इस चिट्ठी में शिवपाल यादव ने यह भी लिखा है कि उनकी पार्टी प्रसपा का उदय भी कहीं ना कहीं ईश्वर द्वारा रचित किसी नियति और विधान का ही परिणाम है. चिट्ठी की अंतिम पंक्तियां कविता के रूप में हैं जिसमें साफ तौर पर लिखा है कि शिवपाल यादव धर्म ध्वजा उठाकर कर्तव्य पथ पर निकल चुके हैं और यदुवंशी उनके साथ आने में कहीं देर ना कर दें. शिवपाल यादव सपा के नेताओं से अपील कर रहे हैं कि अखिलेश यादव का साथ छोड़कर उनके साथ आ जाएं.
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