Uttarakhand News: चारधाम यात्रा (Chardham Yatra ) के तीर्थ यात्रियों (Pilgrims) से स्थानीय होटल व्यवसायी एवं दुकानदार से मनमानी कीमत वसूल रहे हैं. गौरीकुंड में भी पानी की बोतल 30 से 35 रूपए में बेची जा रही है, जबकि मैगी, पराठा और चाय के दामों ने तो जैसे आसमान छू लिए हैं. किसी भी दुकानदार ने रेट लिस्ट नहीं चिपकाई है और वे अपनी मर्जी से सामान को बेचे रहे हैं जिस कारण श्रद्धालु भी खासे परेशान हैं. ऐसे में ओवर रेटिंग की मिल रही शिकायतों पर जिला प्रशासन ने कड़ा रूख अपनाते हुए व्यापारियों को सख्त हिदायत दी है और व्यापारियों के चालाना काटे गए हैं.
100 रुपये में मिल रहा मैगी, पराठा
कोरोना महामारी के दो साल बाद यात्रा में भारी संख्या में तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से होटल व्यवसायियों एवं दुकानदारों ने खाने, पीने और रहने के दामों में भारी बढ़ोत्तरी कर दी है. मैगी व परांठा के लिए 100 रुपये और चाय के लिए 20 रुपय वसूले जा रहे हैं. इसके अलावा गौरीकुण्ड से केदारनाथ पैदल मार्ग पर खोली गई दुकानों में बेतहाशा रेटों में वृद्धि की गई है। यहां जिस दुकानदार की जो मर्जी, वह उस रेट पर सामान को बेच रहा है.संबंधित विभागीय अधिकारी भी सिर्फ चालान काटने तक सीमित हैं. इसके अलावा कोई बड़ी कार्यवाई नहीं की जा रही है.
केदारनाथ धाम की बात की जाय तो यहां तो खाने, पीने और रहने के दामों ने आसमान छूं लिया है. केदारनाथ में बिसलेरी की बोतल 50 रुपये में बेची जा रही है, जबकि मैगी और परांटा डेढ़ सौ रूपए का बेचा जा रहा है और चाय 25 में मिल रही है.
चलाया गया चेकिंग अभियान, कटा चालान
यात्रा मार्ग पर ओवर रेट की मिल रही शिकायतों के बाद विधिक माप विभाग की ओर से ओवर रेट करने वाले 44 व्यापारियों के चालाना किए गए हैं. माप-तोल विभाग ने रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड और यहां से केदारनाथ पैदल मार्ग के जंगलचट्टी और रामबाड़ा तक चेकिंग अभियान चलाया. इसके अलावा बद्रीनाथ राजमार्ग पर रुद्रप्रयाग से घोलतीर तक निरीक्षण किया. इस दौरान कई व्यापारी अधिक कीमत वसूलते हुए पाए गए. खासकर गौरीकुंड जो कि सड़क मार्ग पर स्थित है, यहां भी भारी ओवररेट की शिकायतें मिली हैं.
मापतोल विभाग के इंस्पेक्टर जगदीश सिंह एवं लैब असिस्टेंट कीर्ति लाल ने बताया कि चारधाम यात्रा मार्गो पर ओवर रेट की शिकायतें मिल रही हैं. इसके अलावा दुकानदार ब्रांडेड सामान को नहीं बेच रहे हैं. जिन सामानों पर कंपनी के स्टीकर ही नहीं लगे हैं, वह सामान बेचा जा रहा है. दुकान व्यापारी श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि केदारनाथ व बद्रीनाथ यात्रा मार्गो पर संचालित दुकान व होटल व्यवसायियों के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान भारी अनियमितताएं पाए जाने पर चालान काटे गए हैं.
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