Shraddha Murder Case: श्रद्धा हत्याकांड पर केशव प्रसाद मौर्य बोले- इंसान नहीं राक्षस है आफताब, ये सब सुनकर रूह कांप गई
Shraddha Murder Case: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ऐसे जघन्य हत्याकांड को रोकने और हत्यारों को सजा दिलाने के लिए जी कदम सरकार को और से उठाने चाहिए वे सभी हम उठाएंगे.
Shraddha Murder Case: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने श्रद्धा हत्याकांड पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आफ़ताब एक राक्षस है, जो काम उसने किया है वो इंसान नहीं कर सकता है. ये सब सुन कर रूह कांप जाती है. डिप्टी सीएम ने कहा कि श्रद्धा मर्डर केस आज की बेटियों के लिए एक सीख है कैसे ऐसे दरिंदों से बच कर रहना है, जागरूक रहना है ताकि कोई उन्हें शिकार ना बना सके.
उन्होंने कहा कि ऐसे जघन्य हत्याकांड को रोकने और हत्यारों को सजा दिलाने के लिए जी कदम सरकार को और से उठाने चाहिए वे सभी हम उठाएंगे. बीजेपी नेता ने कहा कि ऐसे मामलों में हत्यारों को जल्द से जल्द और कड़ी से काफ़ी सजा देना चाहिए.
उधर, यूनिक पार्क सोसायटी के सेक्रेटरी को दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है. इसी सोसाइटी में आफताब के माता पिता रहते थे. इसके साथ ही श्रद्धा और आफताब वसई के जिस रीगल अपार्टमेंट में किराए पर रहते थे, दिल्ली पुलिस की टीम ने उस मकान की मालकिन जयश्री पाटकर का बयान दर्ज किया. मीडिया से बात करते हुए जयश्री ने बताया के वह 10 महीने तक किराए पर रहे थे, एक दूसरे को दोनो ने पति पत्नी बताया था.
श्रद्धा के पिता ने किया ये दावा
इससे पहले श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने कहा था , आफताब के घर शादी के लिए गया था पर आफताब ने शादी के लिए मना लिया और परिवार ने भी सहमति नहीं दी. आफताब का परिवार भी इस हत्याकांड में राज़दार है और शामिल है. श्रद्धा वालकर के पिता विकास वॉकर ने बड़ा खुलासा करते हुए दावा किया है कि श्रद्धा की हत्या में आफताब पूनावाला का परिवार शामिल था.
एबीपी माझा से फोन पर बात करते हुए श्रद्धा के पिता ने दावा किया कि वह अगस्त 2019 में आफताब परिवार से मिलने श्रद्धा और आफताब की शादी के बारे में बात करने गए थे. लेकिन उन्हें अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला. मैं अपनी पत्नी के साथ आफताब के माता-पिता से मिलने आफताब के घर गया. लेकिन आफताब के चचेरे भाई ने हमें यह कहते हुए बेइज्जत किया कि फिर कभी दरवाजे पर मत आना.
उन्होंने कहा कि अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद मैं बेबस हो गया और फिर कभी उससे मिलने की कोशिश नहीं की. लेकिन अगर उस वक्त आफताब परिवार ने शादी की बात की थी. कुछ तो हल होता और इतना बड़ा हादसा नहीं होता.