UP News: श्रावस्ती (Shravasti) में जानलेवा बीमारी डेंगू (Dengue) पांव पसार रहा है. प्रशासनिक अधिकारी गांव में फॉगिंग और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने का दावा कर रहे हैं लेकिन यह काम महज कागजों पर ही होता दिख रहा है. दूसरी तरफ जिले के इकौना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. अस्पताल के चारों तरफ गंदा और दूषित पानी भरा हुआ है जिसमें डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं और लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं.
ग्राम प्रधान के गांव केवल फॉगिंग
जिला संयुक्त चिकित्सालय में डेंगू मरीज को भर्ती करने के लिए एक वार्ड बनाया गया है. सीएमओ डॉ. शारदा प्रसाद का कहना है कि यहां छह मरीजों को भर्ती किया गया है. हालांकि यहां कोई मरीज नजर नहीं आया. यहां एक गांव में नालियों में गंदा पानी भरा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन का दावा है कि यहां फॉगिंग और ब्लीचिंग का काम किया गया है लेकिन एक सफाईकर्मी ने कहा कि ग्राम पंचायत चंदन कोटियों के एक गांव में केवल फॉगिंग कराई गई है. पंचायत प्रधान इसी गांव में रहते हैं. शायद इसलिए यहां फॉगिंग हुई है जबकि कई कस्बे अभी भी फॉगिंग से अछूते हैं. लगभग यही स्थिति जिले के अन्य गांवों की भी है.
जिले के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों के बयान में दिखा अंतर
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर जेता सिंह ने बताया कि बुखार के मरीज बढ़े तो है लेकिन जांच में डेंगू की पुष्टि नहीं हो रही है. पुष्टि होने पर उन्हें भर्ती किया जाएगा. इलाज की सुविधा भी दी जाएगी. हैरानी की बात यह है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डेंगू मरीज की पुष्टि करते हैं और जिला चिकित्सा अधीक्षक कहते हैं कि यहां कोई मरीज नहीं है.
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