Shravasti News Today: उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. श्रावस्ती जिले के मुखिया यानी जिलाधिकारी को एक कथित जालसाज और ठगी करने वाले ने व्हाट्सएप पर धमकी भरा संदेश भेजा है. आरोपी अक्सर बड़े-बड़े अधिकारियों पर उच्च अधिकारियों का नाम लेकर दबाव बनाता है और खुद से जुड़ी कंपनियों को ठेका दिलाने का काम करता है.
आरोपी एक सिंडिकेट के रूप में काम करता है, जब कंपनियां ब्लैक लिस्ट हो जाती हैं तो यह दूसरी कंपनियों के माध्यम से अधिकारियों से जबरदस्ती काम लेता है. इनको काम ना देने पर जिलाधिकारी जैसे अधिकारियों की धमकता देते हैं.
व्हाट्सएप पर डीएम को धमकी
पूरा मामला श्रावस्ती जनपद का है, जहां पर जिलाधिकारी अजय द्विवेदी को कल यानी गुरुवार (3 अक्टूबर) को उनके मोबाइल व्हाट्सएप पर लखनऊ साउथ सिटी रायबरेली रोड के रहने वाला संदीप त्रिपाठी का मैसेज आया. इस मैसेज के जरिये जिलाधिकारी अजय द्विवेदी को पंचायती राज में ठेके ना देने पर धमकाने की कोशिश की गई.
आरोपी पर दर्ज हैं कई मामले
इस पर जिलाधिकारी ने भिनगा कोतवाली में मामले को दर्ज कराया. जिला अधिकारी अजय द्विवेदी ने बताया कि यह अक्सर बड़े अधिकारियों का नाम लेकर अधिकारियों को डराते धमकाते हैं. इस व्यक्ति के खिलाफ लखनऊ और श्रावस्ती में पहले से ही ठगी और जालसाजी के दो मामले दर्ज हैं.
जिला अधिकारी अजय द्विवेदी ने बताया कि इस आरोपी ने लखनऊ के पीजीआई और मड़ियांव थाने में मामला दर्ज है, इस मामले में आरोपी पर खुद को आईएएस-पीसीएस अधिकारी का परिचित बताकर सरकारी नौकरी के नाम पर 85 लाख और 30 लाख की ठगी करने का मामला दर्ज है.
संदीप त्रिपाठी की जालसाजी और ठगी करने की एक लंबी लिस्ट है. इससे पहले संदीप त्रिपाठी पर श्रावस्ती में मोहम्मद शाहिद को टेंडर दिलाने के नाम पर 6 लाख 85 हजार की ठगी का मामला दर्ज किया गया है. इकौना थाने में भी ठगी का एक मामला इसके खिलाफ दर्ज है.
जिलाधिकारी की बढ़ाई गई सुरक्षा
इसी क्रम में गुरुवार को संदीप त्रिपाठी श्रावस्ती जिलाधिकारी अजय द्विवेदी के टेंडर ना देने के सिलसिले में धमकी भरे मैसेज भेजने को लेकर मामला दर्ज किया गया है. इस धमकी के बाद पुलिस ने जिलाधिकारी अजय द्विवेदी की सुरक्षा बढ़ा दी है और मामले की जांच में जुट गई है.
फर्म को काम न मिलने पर धमकी
संदीप त्रिपाठी नाम के इस व्यक्ति ने व्हाट्सएप मैसेज के जरिये धमकी दी गई है. इसमें आरोपी ने कहा कि अगर मेरे फर्म को काम नहीं दिया जाता है तो इसका परिणाम अच्छा नहीं होगा. इस धमकी के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है और पुलिस ने तत्काल जिलाधिकारी की सुरक्षा बढ़ा दी है.