गुप्तारघाट अपने उस पुरातन आध्यात्मिक और ऐतिहासिक वैभव को प्राप्त करने के साथ ही मॉडर्न सिविक एमिनिटीज से लैस टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर पहचान बनाने के लिए उठ खड़ा हुआ है. अब गुप्तारघाट बदहाली नहीं, विकास का द्योतक है और उसकी इस पहचान में इजाफा किया है वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज समेत विकास की तमाम परियोजनाओं ने, जिसके कारण यह अयोध्या के सबसे चहेते सेल्फी व टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर उभरा है.


गुप्तारघाट रिवरबैंक रीस्टोरेशन, पक्के तटबंध निर्माण, सौंदर्यीकरण, मार्गों के चौड़ीकरण व विस्तारिकरण के साथ ही टूरिस्ट अट्रैक्शन प्वॉइंट के तौर पर परिवर्तित होने के लिए तमाम साधन-सुविधाओं से लैस होने लगा है. स्थानीय लोगों की मानें तो मुख्यमंत्री योगी के अलावा कोई भी गुप्तारघाट का ऐसा कायाकल्प नहीं कर सकता था. आज राजघाट से गुप्तारघाट को जोड़ने वाला लक्ष्मण पथ अतिक्रमण नियंत्रण व विस्तारीकरण के जरिए फोर लेन सड़क के रूप में परिवर्तित हो गया है.


इसके अतिरिक्त, यहां वॉटर स्पोर्ट्स समेत तमाम अट्रैक्शन टूरिस्ट्स के लिए डेवलप किए गए हैं, जिनके कारण प्राकृतिक संपदा संपन्न सरयू का यह शांत किनारा अब यहां आने वाले लोगों को आध्यात्मिक सुकून प्रदान करने के साथ ही रोमांच और प्रसन्नता के नए तरंगों से भर देता है.


एक अधिकारी ने बताया कि गुप्तारघाट के सौंदर्यीकरण के दो फेज पूरे हो चुके हैं, जबकि, तीसरा फेज पूर्ण होने के अंतिम पड़ाव में है. गुप्तारघाट फेज-3 के तहत ओपेन एयर थियेटर, अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आकर्षक पार्क, आकर्षक स्कल्पचर, प्रवेश द्वार, मेडीटेशन कम योगा सेंटर, कियोस्क, टॉयलेट ब्लाक, इंटरपटेशन सेंटर, कैफेटेरिया, बच्चों के लिए खेल पार्क, सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी आदि कार्य पूरा किया जा चुका है. इन कार्यों को 16.65 करोड़ रुपए की लागत से पूर्ण किया जा रहा है.


वहीं, गुप्तारघाट में सौंदर्यीकरण प्रक्रियाओं पर कुल मिलाकर दो फेज में अब तक 76.73 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. इसमें गुप्तार घाट से जमथरा घाट तक 39.63 करोड़ रुपये से 1.150 किमी तक तटबंध निर्माण व 37.10 करोड़ रुपये की लागत से गुप्तार घाट में विभिन्न परियोजनाओं का विकास मुख्य है. गुप्तारघाट में सरयू नदी का पाट कुछ ऐसा है कि यहां रेगुलर वॉटर एक्टिविटीज के संचालन के लिए जरूरी वॉटर लेवल को मेंटेन करना मुश्किल था. ऐसे में, तटबंध निर्माण तथा बैरेज रीस्टोरेशन से इस कार्य को पूर्ण किया जा रहा है.


अब यहां पारंपरिक बोटिंग के साथ वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज में जेटी का संचालन भी किया जाता है. इसके अतिरिक्त यहां मोटरबोट भी संचालित होती है, जिसकी राइड लेकर लोग रोमांच से भर उठते हैं. अब जल्द ही यहां सौर ऊर्जा से संचालित नौकाओं और नियमित क्रूज के संचालन का मार्ग भी प्रशस्त होगा. ओपेन एयर थियेटर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए उत्कृष्ट माध्यम के तौर पर कार्य कर रहा है. साथ ही ओपन एयर जिम, प्रॉपर पेवमेंट, जॉगिंग ट्रैक व विक्टोरियन स्टाइल आर्क लाइटिंग जैसी सुविधाओं से लैस किया गया है.


इसके अलावा कई आकर्षक मूर्तियों व म्यूरल स्कल्पचर्स को भी यहां स्थापित किया जा रहा है. यहां आने वाले पर्यटक पवित्र सरयू के शांत वातावरण में ध्यान-योग क्रियाओं को निर्बाध रूप से पूर्ण कर सकेंगे. नागरिक प्रसाधन सुविधाओं को ध्यान में रखकर यहां कियोस्क व टॉयलेट ब्लॉक्स को संचालित किया जा रहा है. यह सीसीटीवी सर्विलांस डेस्क, टूरिस्ट फैसिलिटेशन डेस्क के साथ ही समन्वय स्थल के तौर पर भी कार्य करेगा.


यहां फूड कोर्ट में तमाम तरह के पकवानों का लोग लुत्फ उठा सकते हैं. इसमें तमाम तरह के आकर्षक रंगों से सजे झूलों का निर्माण किया गया है, जिसमें बच्चे खेलकूद सकें. पूरे क्षेत्र की सीसीटीवी व स्मार्ट सर्विलांस के जरिए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. यहां के कई दर्शनीय स्थलों पर 'आई लव अयोध्या' के लाइट इनेबल्ड होर्डिंग डिस्प्ले लगाए गए हैं, जो इसे सेल्फी प्वॉइंट में परिवर्तित कर रहे हैं. सोलर व फसाड लाइटिंग समेत तमाम प्रकार की रोशनी-सज्जा इस क्षेत्र को शाम ढलते ही बेहद आकर्षक लुक देती है. अब 5जी नेटवर्क सर्विस रोलओवर हो गई है. घाट पर वाई-फाई सुविधा को भी चालू किया जा सकता है.