Ayodhya News: राम मंदिर ट्रस्ट देश भर में भेजेगा अक्षत कलश, मठ-मंदिरों में मनाया जाएगा प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव
UP News: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम लला के समक्ष पूजित अक्षत को विहिप के कार्यकर्ताओं में बांट दिया है. जिसे विहिप कार्यकर्ता देशभर के मंदिरों और लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे.
Ayodhya News: भगवान राम की नगरी में प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को बेहद खास बनाने के लिए कवायदें शुरू हो गई है. विश्व हिंदू परिषद ने 45 इकाइयों के 200 से ज्यादा कार्यकर्ता प्राण प्रतिष्ठा के लिए राम लला के समक्ष पूजित अक्षत को लेकर पूरे देश में जाएंगे. इस दरम्यान प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को जब भगवान राम लला भव्य मंदिर में विराजमान हो रहे होंगे, उस समय पूरे देश के 5 लाख से ज्यादा मठ मंदिर और राम भक्तों के घरों में प्राण-प्रतिष्ठा का उत्साह देखने को मिलेगा.
विश्व हिंदू परिषद की ओर से 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पूरे भारत में राम मय माहौल बनाने का प्रयास जारी है. इतना ही नहीं राम लला के समक्ष पूजित अक्षत को लेकर दूरदराज से अयोध्या पहुंचे कार्यकर्ता भी उत्साहित है. फिलहाल 1 जनवरी से 15 जनवरी तक विशेष अभियान चलाया जाएगा और देश के विभिन्न प्रांतो के 5 लाख मठ मंदिरों समेत 10 करोड़ लोगों तक भगवान राम लला के समक्ष पूजित अक्षत पहुंचाया जाएगा.
देशभर में पूजित अक्षत बाटेंगे कार्यकर्ता
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भारत के लगभग 100 स्थान से कार्यकर्ता अयोध्या आए थे. वह आमंत्रित किए गए थे. इन कार्यकर्ताओं को 5 किलो पीले रंग में घी और हल्दी से रंगे हुए अक्षत पीतल के कलश में भरकर दिए गए हैं. यह कलश देश के 100 स्थान पर जाएंगे, जहां से कार्यकर्ता आसपास के जिलों के लिए अधिक कलश तैयार करेंगे और इस प्रकार यह पूजित अक्षत गांव-गांव में दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक पहुंच जाएंगे.
22 जनवरी को देशभर के मंदिरों में मनाया जाएगा उत्सव
उन्होंने बताया कि 1 जनवरी से 15 जनवरी तक गांव से लेकर हर एक मोहल्ले में स्थानीय कार्यकर्ता घर-घर जाकर रामलला का पूजित अक्षत बड़े श्रद्धा पूर्वक परिवारों में भेंट किया जाएगा. यह भगवान का प्रसाद है यह भगवान की तरफ से निमंत्रण पत्र है कि वह 22 जनवरी 2024 को दोपहर 11:00 से पहले अपने गांव और मोहल्ले के मंदिर में एकत्रित हो और भजन कीर्तन करें.
5 लाख मंदिरों में दिखेगा रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह
चंपत राय का कहना है कि इस प्रकार हिंदुस्तान के 5 लाख मंदिरों के आसपास मंदिरों के चारों ओर धार्मिक सात्विक और राममय वातावरण का निर्माण हो सके. 22 जनवरी को सूर्यास्त के बाद राम भक्त और हिंदू समाज अपने घर के बाहर दरवाजे पर पांच दीपक प्रज्वलित करे. देश के करोड़ों घरों के आंगन की चौखट और दरवाजे पर रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा के कारण आनंदमय दीप प्रचलित करके दीपोत्सव मनाया जाए. जिसके बाद एक-एक प्रांत धीरे-धीरे अयोध्या जाकर भगवान के दर्शन करें यह निवेदन संपूर्ण भारत को किया गया है.
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