Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में तीन मंजिला राम मंदिर (Ram Mandir) के भूतल का काम अपने अंतिम चरण में है. इस साल अक्टूबर तक इसे पूरा करने के लिए सहायक संरचनाओं का काम जोरों पर जारी है. मंदिर के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. एक बयान के अनुसार, ‘‘राम मंदिर के भूतल के निर्माण कार्य की प्रगति की हाल में निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा सहित ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा समीक्षा की गई थी.’’


इसमें कहा गया है कि ‘लार्सन एंड टुब्रो’ और ‘टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स’ की इंजीनियरिंग टीमों और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने निर्माण कार्य की समीक्षा में हिस्सा लिया. बयान में कहा गया है, ‘‘श्री राम मंदिर, अयोध्या, के भूतल निर्माण का काम अंतिम चरण में प्रवेश कर गया है. इस काम को अक्टूबर, 2023 तक पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण का काम जोरों पर है.’’


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कितना है मंडपों के गुंबद का आकार?
इसमें कहा गया है कि वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दैनिक आधार पर निर्माण कार्य की प्रगति की निगरानी की जाती है और वास्तविक मुद्दों का समाधान किया जाता है. गर्भगृह के अलावा, मंदिर में पांच मंडप - गुड मंडप, रंग मंडप, नृत्य मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप हैं. बयान में कहा गया है, ‘‘पांच मंडपों के गुंबद का आकार 34 फुट चौड़ा और 32 फुट लंबा और आंगन से ऊंचाई 69 फुट से 111 फुट तक है.’’


इसमें कहा गया है कि मंदिर की लंबाई 380 फुट, चौड़ाई 250 फुट और और यह प्रांगण से 161 फुट ऊंचा है. गौरतलब है कि अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला विराजमान की पूजा को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रण भेजा गया है. हालांकि इसको लेकर अभी प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से इस पर कोई जवाब नहीं आया है. यह जानकारी सोमवार को राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से दी गई.