Shrikant Tyagi Case: उत्तर प्रदेश स्थित नोएडा (Noida) के ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी (Omaxe Society) में महिला के साथ अभद्रता करने के बाद श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) लगातार चर्चा में बना हुआ है. बीजेपी के विरोधी श्रीकांत त्यागी को बीजेपी (BJP) नेता बताकर लगातार निशाना साध रहे हैं. वहीं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) पर भी इस मामले में बड़े आरोप लग रहे हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस केस में बीजेपी पर जुबानी हमला बोला है. 


सपा प्रमुख मीडिया से बात करते हुए श्रीकांत त्यागी मामले को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा, "नोएडा ऐसी घटना कहीं नहीं होगी. यहां पर एक महिला को कितना अपमानित किया गया और किस भाषा से अपमानित किया गया. सरकार और प्रशासन ये जानते थे कि वो बीजेपी से जुड़ा है. बीजेपी और उनके नेताओं को ये सोचना चाहिए कि उनके कार्यकर्ताओं की भाषा क्या है."


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सपा नेता पर लग रहे आरोप
दरअसल, श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी के बाद से ही सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य आरोप लग रहे हैं. श्रीकांत को सपा नेता का करीबी बताया जा रहा है. इन्हीं खबरों के बीच अब सपा प्रमुख का बयान सामने आया है. हालांकि इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरोपों का खंडन करते हुए, पुलिस कमिश्नर के खिलाफ मानहानी का दावा किया है. उनका कहना है कि ये सभी आरोप गलत हैं. उसके जरिए मुझे बदनाम करने की कोशिश चल रही है. 


सपा नेता पर लग रहे इन आरोपों के बीच अब अखिलेश यादव का ये बनाया सामने आया है. बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने पुलिस कमिश्नर पर मानहानी का दावा किया है. उसके बाद अब पुलिस कमिश्नर के खिलाफ मानहानी का नोटिस भी जारी हो चुका है. स्वामी प्रसाद मौर्य पर आरोप लगे थे कि उन्होंने श्रीकांत त्यागी को विधानसभा का पास दिलवाया था. 


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