Shrikant Tyagi Case: खुद को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नेता बताने वाले श्रीकांत त्यागी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए नोएडा प्रशासन ने सोमवार को एक अवैध रूप से निर्मित स्थायी ढांचे को जमीन पर गिरा दिया. पेड़ लगाने को लेकर त्यागी की एक महिला के साथ कहासुनी हो गई, जहां त्यागी ने उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां भी दीं. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के तीन दिन बाद ही प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया.

श्रीकांत त्यागी ने एक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था और एक लकड़ी के शेड का निर्माण किया था जिसके नीचे कई स्तंभ थे. नोएडा अथॉरिटी की ओर से सुबह करीब नौ बजे तोड़फोड़ की कवायद की गई. श्रीकांत त्यागी के अतिक्रमित क्षेत्र पर बुलडोजर चला, जहां समाज के लोगों ने खुशी जाहिर की और आपस में मिठाइयां भी बांटी. बाद में दिन में, यूपी पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामले में ढिलाई बरतने के लिए छह पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है.


वरिष्ठ अधिकारी ने दी ये जानकारी

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "स्थानीय पुलिस थाने के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा, एक उप निरीक्षक और चार कांस्टेबल को भी काम में ढिलाई बरतने के लिए निलंबित कर दिया गया है." कुमार ने कहा कि अपने ही अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के अलावा महिला शिकायतकर्ता की सुरक्षा के लिए उसे दो निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) दिए गए हैं. कुमार ने आश्वासन दिया कि आरोपी त्यागी, जो अभी फरार है, को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा क्योंकि इस समय कई टीमें मामले पर काम कर रही हैं. नोएडा पुलिस ने फरार नेता की लोकेशन की जानकारी देने वाले को 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है. सूत्रों के अनुसार, फरार आरोपी को पकड़ने के लिए एक गहन अभियान चलाया जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि त्यागी का उत्तराखंड में हरिद्वार और ऋषिकेश के बीच अंतिम स्थान खोजा गया था और पुलिस की कई टीमें वहां गईं लेकिन फिर भी वह नहीं मिला.


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