UP News: सिद्धार्थनगर में मदरसे का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी को धमकाने का आरोप, संचालक पर FIR
सिद्धार्थनगर में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंडलीय उपनिदेशक के साथ अभद्रता और धमकाने के आरोप में मदरसा संचालक से 17 जून तक स्पष्टीकरण मांगा था. जिसके बाद अब एक्शन हुआ है.
Siddharthnagar News: सिद्धार्थनगर जिले में एक मदरसे का निरीक्षण करने पहुंचे अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंडलीय उपनिदेशक के साथ अभद्रता और उन्हें धमकाने के आरोप में मदरसा संचालक के खिलाफ रविवार को मुकदमा दर्ज किया गया. इसकी जानकारी पुलिस के ओर से रविवार को दी गई.
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि बस्ती मंडल के अल्पसंख्यक कल्याण उपनिदेशक विजय प्रताप यादव की तहरीर पर मदरसा जलालुल उलूम, महदेइया के प्रबंधक सुल्तान अहमद के खिलाफ धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. विजय प्रताप यादव ने बताया कि वह बस्ती मंडल के आयुक्त के पिछली नौ जून के आदेश के अनुपालन में सिद्धार्थनगर जिले में गत 14 जून को मिनी आईटीआई मदरसा जलालुल उलूम महदेइया में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे.
17 जून तक मांगा था स्पष्टीकरण
अल्पसंख्यक कल्याण उपनिदेशक ने बताया, “निरीक्षण में उन्होंने पाया कि नियुक्त तीन में से एक कर्मचारी बिना किसी प्रार्थना पत्र के अनुपस्थित है. इसी क्रम में मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत कार्यरत तीन शिक्षकों में सिर्फ एक उपस्थित मिला, दो बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए.” विजय प्रताप यादव ने बताया कि मदरसा परिसर में गंदगी देखकर उन्होंने खुद ही उसे झाड़ू से साफ किया. निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी तन्मय पांडे ने मदरसा प्रबंधक को नोटिस जारी कर उनका स्पष्टीकरण 17 जून तक मांगा था. मगर आखिरी दिन स्पष्टीकरण के बजाय उसने उन्हें फोन कर अंजाम भुगतने की धमकी दी.
उधर, मदरसा प्रबंधक सुल्तान अहमद ने दावा किया कि मंडलीय उपनिदेशक यादव ने बिना अनुमति के मिनी आईटीआई की छात्राओं का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया है और उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी जाएगी. अहमद ने कहा कि निरीक्षण के दिन तेज हवा के कारण पत्ते उड़कर सीढ़ियों पर गिरे थे, जिन्हें गंदगी बताया जा रहा है तथा बार-बार अनुरोध के बाद भी अब तक सफाई कर्मी की नियुक्ति नहीं की गई है.