Siddharthnagar: 'जब अनुदान नहीं तो सर्वे का क्या मतलब', मदरसा सर्वे पर सपा नेता माता प्रसाद पांडेय ने उठाये सवाल
UP News: यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और सपा नेता माता प्रसाद पांडेय ने मदरसों के सर्वे को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है.
UP Latest News: सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) जिले में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के दिग्गज नेता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय (Mata Prasad Pandey) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह सरकार किसी की नहीं सुन रही है. उन्होंने योगी सरकार द्वारा लाए गए प्रतिपूर्ति कानून पर कहा कि यह लोकतंत्र में लोगों की आवाज दबाने का कानून है.
सदन से वॉकआउट की बताई यह वजह
सिद्धार्थनगर में माता प्रसाद पांडेय ने कहा, ' हमने विधानसभा में इस कानून के संशोधन प्रस्ताव दिया था. इसपर बहस के लिए मैंने नोटिस भी दिया था,फिर हमारी पार्टी ने निर्णय लिया कि जब किसी की कोई सुनवाई नहीं हो रही तो हम लोग सदन से वॉक आउट कर जाएं. आजम खान के ऊपर फर्जी मुकदमा लिखाया जा रहा है. छात्रों की फीस बढ़ाई जा रही है. यह कानून लाकर सरकार आंदोलनों को समाप्त करना चाहती है.'
अधिनायकवादी है यह सरकार - माता प्रसाद
सपा नेता ने आगे कहा, ' यह अधिनायकवादी सरकार है. यह सरकार लोकतंत्र पर भरोसा नहीं करती है.' वही प्रदेश सरकार द्वारा मदरसों के कराए जा रहे सर्वे पर माता प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि इस सर्वे से क्या मतलब जब उन्हें न कोई अनुदान दिया जाता है न ही जमीन दी जाती है. कुछ मौलाना मोहन भागवत को मदरसे ले गए थे. ये दलाल जैसे मौलाना हैं, इनसे कहलवाया जा रहा है कि सर्वे जरूरी है. हमें नहीं लगता है कि मदरसों का सर्वे जरूरी है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष भी यह कह चुके हैं कि मदरसों का सर्वे नहीं होना चाहिए.
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