सिद्धार्थनाथ सिंह का बड़ा आरोप, बोले- यूपी में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है समाजवादी पार्टी
यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी 2022 का विधानसभा चुनाव जीतने के लिए उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है.
लखनऊ: गाजियाबाद की घटना को लेकर योगी सरकार के मंत्री ने विपक्ष पर बड़ा हमला बोला है. कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी 2022 का विधानसभा चुनाव जीतने के लिए उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है. बीजेपी ऐसा नहीं होने देगी. इससे पहले, सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान, राजनीतिक दलों को अपने निजी लाभ के लिए सोशल मीडिया साइटों का उपयोग करते देखा गया था.
सिद्धार्थनाथ सिंह ने गाजियाबाद के लोनी इलाके की घटना को विपक्ष की साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को सांप्रदायिक रंग देकर सपा सत्ता में आना चाहती है.
Samajwadi Party is trying to create communal tension in Uttar Pradesh to win the 2022 Assembly polls. BJP won't let this happen. Earlier, during anti-CAA movement, political parties were seen using social media sites for their own personal gain: State Minister Sidharth Nath Singh pic.twitter.com/RR5DTo3b86
— ANI UP (@ANINewsUP) June 17, 2021
मारपीट के मामले में अब तक पांच लोग गिरफ्तार
बता दें कि, गाजियाबाद के लोनी इलाके में बुजुर्ग मुस्लिम अब्दुल समद से मारपीट के मामले में पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि हमले में शामिल जिन पांच लोगों की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि अन्य की तलाश जारी है. अब्दुल समद पर हमले में शामिल इंतजार और सद्दाम उर्फ बौना दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सपा नेता पर केस दर्ज
पुलिस ने स्थानीय सपा नेता पर भी केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में उम्मेद पहलवान उर्फ इदरिस नाम के शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया है. इदरिस ने ही बुजुर्ग को थाने में केस दर्ज करवाने में मदद की थी. पीड़ित अब्दुल समद के बेटे ने भी इस बात की पुष्टि की थी कि इदरिस ने उनके पिता की केस दर्ज करवाने में मदद की थी. बता दें कि बुजुर्ग की पिटाई के बाद इदरिस ने फेसबुक पर लाइव भी किया था. पुलिस अब सपा नेता की तलाश कर रही है.
यूपी पुलिस ने गठित की सेल
लोग सोशल मीडिया का दुरुपयोग भी कर रहे हैं जो चिंताजनक है. चुनावी माहौल में इसके बड़े दुष्परिणाम भी सामने आने की प्रबल आशंका है. सोशल मीडिया पर लगाम कसने के लिए यूपी पुलिस ने एक सेल गठित की है जो आपत्तिजनक संदेश, मैसेज और फोटो पोस्ट करने वालों पर नजर रख रही है. बीते करीब एक साल में सोशल मीडिया में इस तरह की गतिविधियां ज्यादा देखने को मिली हैं, यही वजह है कि पुलिस ने भी अपनी निगरानी और कार्रवाई का दायरा बढ़ा दिया है. वर्तमान में पुलिस सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर ज्यादा सक्रियता से नजर रखे हुए है.
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