Sisamau By Election 2024 : कानपुर की सीसामऊ सीट समेत यूपी की वो सभी सीटें जो उपचुनाव में शामिल हैं, सब पर विपक्ष हमलावर है. ये हमला सरकार पर है कि चुनाव सरकार नहीं बल्कि सरकारी महकमे और उसमें काम करने वाले अधिकारी कर्मचारी लड़ रहे हैं. कुछ ऐसा ही हाल कानपुर की सीसामऊ सीट पर भी है. यहां भी सवाल विपक्ष के हैं और आरोपों के घेरे में सरकार से लेकर अधिकारी और विभाग हैं.कानपुर में विकास प्राधिकरण की ओर से शहर में अवैध बेसमेंट और इमारतों पर प्रवर्तन दल ने सील की कार्रवाई की. लेकिन ये कार्रवाई सियासत से जुड़ती हुई मानी जा रही है.
केडीए के प्रवर्तन दल ने बेसमेंट में हुए हादसे के मद्देनजर और सुरक्षा के लिहाज से कार्रवाई शुरू की है. लेकिन अब ये कार्रवाई से सियासत बढ़ते ही जा रही है. विपक्ष का कहना है कि सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग हो रहा है. कुछ दिन पहले सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील साजन ने कानपुर में केडीए,नगर निगम , बिजली विभाग की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए थे.उन्होंने कहा था कि सीसामऊ उपचुनाव सरकार नहीं, बल्कि सरकारी महकमे और उनके अधिकारी कर्मचारी लड़ रहे हैं. वहीं लगातार एक साथ हुई केडीए की ओर से ताबड़तोड़ कार्रवाई में ज्यादातर सीसामऊ क्षेत्र के लोग और सपा को सपोर्ट करने वाले बताए जा रहे हैं.
क्या बोले सपा विधायक अभिताभ बाजपेई
वहीं कानपुर के सपा विधायक अमिताभ बाजपेई का भी कहना है कि चुनाव प्रभावित करने के लिए उनके कार्यकताओं को परेशान किया जा रहा है.अब बेसमेंट में चल रही विभागीय कार्रवाई सियासत का हिस्सा बन रही है लेकिन सवाल लगातार उठाए जा रहे हैं कि आखिर सीसामऊ क्षेत्र में ही कार्रवाई क्यों हो रही है.केडीए की ज्यादातर कार्यवाही मुस्लिम वर्ग पर की गई है जो अब विपक्ष का सवाल बनी हुई है. क्योंकि इस सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में रहता है.बता दें कि केडीए ने जिन 24 इमारतों पर कार्रवाई की है, जिसमें से लगभग 20 इमारतें सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र की है.
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