UP News: उत्तर प्रदेश की 10 में से 9 सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को होने हैं जिसमें से सबसे हॉट सीट कहीं जाने वाली कानपुर की सीसामऊ सीट पर कई दावेदारों ने अपने नामांकन कर आए थे. लेकिन सीसामऊ सीट  पर चुनाव लड़ने के लिए नामांकन करने वाले 11 प्रत्याशियों में से पांच प्रत्याशियों का विकेट आउट हो गया है. अब मैदान में सिर्फ 6 प्रत्याशी ही टिके हुए हैं जिन पर तमाम राजनीतिक समीकरण की उठापटक जारी है.


दरअसल, नामांकन प्रक्रिया के दौरान अनियमितताओं  के चलते 11 प्रत्याशियों में से 5 प्रत्याशियों के नामांकन पर्चा रद्द कर दिए गए हैं. कानपुर की सीसामऊ सीट पर पार्टी बेस्ड और निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ने के लिए अपने नामांकन पर्चे दाखिल किए थे. इसमें समाजवादी पार्टी की ओर से नसीम सोलंकी, बीजेपी की ओर से सुरेश अवस्थी और बीएसपी की तरफ से वीरेंद्र कुमार ने अपना नामांकन दाखिल किया था. 


इसके साथ ही आजाद समाज पार्टी से चांद बाबू ने भी इस सीट पर अपनी दावेदारी करते हुए नामांकन फॉर्म भरा था. वहीं सीट पर हर प्रत्याशी ने अमूमन दो-दो नामांकन फॉर्म भरे थे, जिसमें से सपा की प्रत्याशी नसीम सोलंकी के अलावा उनकी सास खुर्शीदा सोलंकी ने भी सपा के नाम पर अपना नामांकन कराया था. इसके चलते नामांकन फार्म में प्रेषित की गई तमाम जानकारियां और दस्तावेज महज 6 प्रत्याशियों के ही पास हुए हैं, बाकी 11 में से पांच प्रत्याशी अब इस चुनाव में चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. 


कौन-कौन हुआ चुनाव से बाहर
कानपुर की इस सीट पर कुल 11 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन कराए थे जिसमें से अब कल 6 प्रत्याशी ही चुनाव लड़ने की स्थिति में बचे है. बाकी अन्य प्रत्याशियों के पर्चे रद्द कर दिए गए हैं. उपचुनाव के मैदान से बाहर हुए कानपुर के पांच प्रत्याशियों में विधायक इरफान सोलंकी की मां और नसीम सोलंकी की सास खुर्शीदा सोलंकी भी शामिल है. वहीं आजाद समाज पार्टी से चुनाव मैदान में उतरे चांद बाबू के पर्चे को भी रद्द कर दिया गया है. 


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सीसामऊ सीट पर सोलंकी परिवार से दो नामांकन कराए गए थे, इसमें से सपा की ओर से घोषित की गई उनकी प्रत्याशी नसीम सोलंकी के अलावा उनकी सास खुर्शीदा सोलंकी ने भी सपा के नाम पर इस चुनाव में अपना नामांकन दाखिल किया था. लेकिन अब वह भी इस मैदान से बाहर हैं, जिस तरीके से सीट पर दलित फैक्टर एक बड़ा रोल अदा करता है तो आजाद समाज पार्टी की ओर से चांद बाबू को चुनाव मैदान में उतरा गया था.


लेकिन अब चांद बाबू भी इस सीट पर चुनाव नहीं लड़ पाएंगे, इसके अलावा इसी सीट पर कुछ प्रत्याशी निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में थे. लेकिन अब इस चुनाव मैदान में सिर्फ 6 प्रत्याशी ही दिखाई देंगे और इन 6 प्रत्याशियों में लड़ाई सिर्फ सपा, बीजेपी और बहुजन समाज पार्टी की ही दिखाई दे रही है.