Ram Mandir Opening:राम मंदिर आंदोलन के दौरान साल 1990 में गोली मारे गए कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी ने विपक्षी नेताओं द्वारा राम मंदिर के उद्घाटन और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का निमंत्रण अस्वीकार करने पर प्रतिक्रिया दी है. 


उन्होंने कहा कि यह उनका दुर्भाग्य है कि निमंत्रण मिलने के बाद वे यहां तक नहीं आ रहे हैं. ऐसे लाखों लोग हैं जो यहां न आने से दुखी हैं.ऐसे लोग हैं जो अयोध्या में आकर ही खुश हैं, भले ही वे प्राणप्रतिष्ठा के साक्षी न बन सकें. वे (विपक्ष) राजनेता हैं और वे हर चीज़ को उस दृष्टिकोण से देखेंगे.


हजारों साल तक रहेगा मंदिर...
पूर्णिमा ने कहा कि मैं तो ऐसे लोगों को भी जानती हूं जो यह जानते हुए कि वह प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं हो पाएंगे लेकिन वह उस विशेष दिन अयोध्या में रहना चाहते हैं. उन्हीं सौभाग्यशाली लोगों में से मैें भी हूं.



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भाईयों के बलिदान पर भी बोलीं पूर्णिमा
कांग्रेस के अयोध्या न आने के सवाल पर पूर्णिमा ने कहा कि वह लोग नेता हैं और वह सारी चीजें राजनीतिक नजरों से ही देखेंगे. मैं इस बारे में कुछ नहीं बोल सकती. इस दौरान उन्होेंने अपने भाइयों के बलिदान पर भी अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि वे (राम और शरद कोठारी) देख रहे होंगे कि उनके बलिदान को न्याय मिल रहा है. 



पूर्णिमा ने कहा कि मंदिर हजारों साल तक रहेगा, इसलिए उनका नाम भी हमेशा रहेगा. मुझे बहुत गर्व है. मुझे भी काफी खुशी है. उसी तरह उन्हें भी स्वर्ग से खुशी मिल रही होगी. मुझे बहुत ज्यादा गर्व महसूस हो रहा है. मेरे माता पिता और भाई, स्वर्ग से मुझे भी आशीर्वाद दे रहे हैं. ये उन्हीं का आशीर्वाद है कि मैं यहां हूं.