मेरठ,एबीपी गंगा। राशन घोटाले को लेकर सरकार द्वारा बनाई गई एसआईटी कड़ा रुख अपना रही है जिसके चलते मेरठ में राशन घोटालों में दर्ज किए गए 90 मामलों की जांच एसआईटी को सौंपी गई है। आपको बता दें कि राशन घोटाले की जांच के लिए एसपी देहात को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसी के साथ क्राइम ब्रांच में लंबित सभी मुकदमों की फाइल तलब कर ली गई है । आपको बता दें कि विभागीय कार्रवाई करने वालों में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि मुकदमे दर्ज होने के बाद सभी मामले लंबित पड़े थे। एसएसपी नितिन तिवारी की ओर से एसआईटी का गठन किया गया है और इसका नोडल अधिकारी एसपी देहात को बनाया गया है। जिसमें क्राइम ब्रांच की विवेचना सेल की मीटिंग से जुड़े तमाम और मुकदमों को एक जगह करने का निर्देश दिया है कि बैठक में जिला अधिकारी के साथ अधिकारी कर्मचारी को निर्देश दिए गए हैं कि मामलों में चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में पेश करें। आपको बता दें कि मुकदमे की मॉनिटरिंग का काम एसएसपी और एसपी देहात खुद करेंगे।
जिला आपूर्ति अधिकारी ने कहा कि वो घोटाले से जुड़े मामले के सभी दस्तावेज नोडल अधिकारी को सौंप कर जांच में सहयोग करेंगे।
एसपी देहात को नोडल अधिकारी बनाया गया है, संबंधित सूचनाएं हमसे मांगी गई है जैसे किस-किस डीलर से किस-किस आधार से ट्रांजेक्शन हुआ वह सब डीटेल्स महोदय द्वारा मांगी गई है वह हमारे द्वारा प्रोवाइड पहले भी की गई है और आगे भी कराई जाती रहेंगी।
नोडल अधिकारी ने बताया कि एसटीएफ ने एक बड़ी मोड्स ऑप्रेंडी जो यूज की जा रही थी, राशन डीलिंग का एक घोटाला पकड़ा था उसमें एसटीएफ ने कई सारे मुकदमा दर्ज कराए थे। पूरे उत्तर प्रदेश में यहां पर भी उसमें 90 मुकदमे थे जिसमें विवेचना के लिए मुझे नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जैसे मैं पहले कानपुर में था तो मैंने इस कार्य योजना को बनाया था, उसी कार्य योजना को यहां पर लागू किया गया है इसमें कल जिला आपूर्ति अधिकारी उनकी टीम के साथ और जो भी क्राइम ब्रांच के जिसमें विवेचक बनाए गए थे। उनके साथ एक टीम बनाई है तो उसमें जो भी डाटा चाहिए जो भी चीज चाहिए उनको क्या-क्या कैसे-कैसे इन मुकदमों को आगे बढ़ाना है कौन सी धाराएं लगानी है कौन सी बढ़ानी है कौन सी घटानी है उसमें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं और जल्दी इन मुकदमों में कुछ अच्छी कार्रवाई होगी।