हरिद्वार: कुंभ 2021 में कोरोना जांच में किए गए फर्जीवाड़े के मामले में पुलिस द्वारा गठित की गई एसआईटी को एसएसपी ने पुनर्गठित किया है. एसआईटी को पुनर्गठन करने के पीछे विवेचक राजेश शाह का सीबीसीआईडी में तबादला होना एक वजह है. वहीं, जांच को तेजी के साथ पूरा करना भी इसकी एक वजह है. हालांकि, कोरोना फर्जीवाडा जांच के मामले में जिला प्रशासन द्वारा सीडीओ सौरभ गहरवार के नेतृत्व में गठित की गई जांच कमेटी द्वारा अपनी जांच पूरी कर ली गई है और जांच रिपोर्ट को जिलाधिकारी को सौंप दिया है, जिसे जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय सील बंद करके शासन को भेज रहे हैं.
जांच जल्द पूरी करने के लिए किया गया
लेकिन, एसआईटी द्वारा की गई जांच अभी जारी है. इसी को लेकर जांच जल्दी पूरी हो एसएसपी ने एसआईटी का पुनर्गठन किया है और एसआईटी की टीम में सदस्यों की संख्या भी बढ़ाई है. एसआईटी टीम का नेतृत्व सीओ सिटी अभय सिंह को सौंपा है. साथ ही इंस्पेक्टर योगेश देव, सब इंस्पेक्टर यशवंत खत्री और सब इंस्पेक्टर मनसा ध्यानी भी इस टीम में शामिल किए गए. हालांकि, एसआईटी टीम में जो सदस्य पहले से कार्य कर रहे थे वे आगे भी कार्य करते रहेंगे.
आपको बता दें कि, कुंभ 2021 में करोना जांच के नाम पर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया था और करीब एक लाख जांच फर्जी तरीके से की गई. इस मामले में सीएमओ डॉ एस के झा द्वारा नगर कोतवाली हरिद्वार में एक कम्पनी मैक्स कारपोरेशन और नलवा लैब्स और डॉ लाल चंदानी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाया गया है. नगर कोतवाली में धारा 269, 270, 420, 468, 471, 120 बी, 188 भादवि , धारा 5 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और धारा 3 महामारी अधिनियम 1897 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है और बाद में इसमे 467 आईपीसी धारा भी बढ़ाई गई थी. अब तक एसआईटी द्वारा एक अभियुक्त आशीष बशिष्ठ की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
सदस्यों की संख्या बढ़ाई गई
हरिद्वार के एसएसपी सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस का कहना है कि, एसआईटी का हमने अभी पुनर्गठन किया है. क्योंकि वर्तमान जो विवेचक थे उनका ट्रांसफर हो गया है, इसलिए नए विवेचक के तौर पर नवनियुक्त कोतवाल नगर कोतवाली अमरजीत को बनाया है और इसका नेतृत्व सीओ सिटी को दिया है. इसके अतिरिक्त योगेश देव इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है और सब इंस्पेक्टर यशवंत खत्री जो चौकी इंचार्ज खड़खड़ी हैं, उनको और एक लेडी इंस्पेक्टर मनसा ध्यानी को अतिरिक्त दिया है. इसके अलावा जो पुराने मेंबर हैं, वह भी इसमें कंटिन्यू कर रहे हैं, अभी टीम बढ़ाई गई हैं और इसकी पुनः समीक्षा करके और तेजी से काम आगे बढ़ा रहे हैं.
पुनर्गठन की एक वजह ट्रांसफर भी है और काम को जल्दी लेकर आने के लिए थोड़ा सा टीम मेंबर्स को हमने अतिरिक्त किया है. यह विवेचना है और इसमें सभी लीगल पॉइंट्स को देखते हुए कार्यवाही करनी होती है. इसलिए थोड़ा विलंब हो रहा है, क्योंकि यह इन्वेस्टिगेशन है, इसकी सभी चीजें एविडेंस बेस्ड होना चाहिए उसके आधार पर हम कार्रवाई कर रहे हैं.
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