शाहजहांपुर, एजेंसी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शाहजहांपुर में पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा के तीन दोस्तों और उसके कॉलेज के कुछ कर्मचारियों से पूछताछ की है। एसआईटी ने छात्रा के जिन मित्रों से पूछताछ की है उनमें वह लड़का भी शामिल है जो राजस्थान में उसकी बरामदगी के वक्त उसके साथ था, इसके अलावा पिछले 24 अगस्त को छात्रा ने चिन्मयानंद पर परोक्ष आरोप वाला वीडियो शूट किया था। उस वक्त कार में ये तीनों युवक मौजूद थे।


एसआईटी ने इन तीनों युवकों को बयान दर्ज करने के लिए पुलिस लाइन बुलाया था। एसआईटी ने विधि महाविद्यालय के प्रधानाचार्य और चिन्मयानंद के मुमुक्षु आश्रम परिसर में स्थित दूसरे परास्नातक महाविद्यालय के प्रधानाचार्य से भी पूछताछ की गई। विशेष जांच टीम ने कॉलेज के दो कर्मचारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है।



इस बीच, स्वामी चिन्मयानंद प्रकरण में पीड़िता के पिता ने कहा कि, 'मेरी बेटी ने साक्ष्य के तौर पर चिन्मयानंद का मालिश कराते हुए वीडियो एसआईटी को दिया था, मगर एक साजिश के तहत सोशल मीडिया पर यह वीडियो और उसके स्क्रीनशॉट पोस्ट किए जा रहे हैं।' पीड़िता के पिता का कहना है कि, 'सोशल मीडिया पर जो स्क्रीनशॉट और वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं वो साक्ष्य तो मेरी बेटी के ही पास थे। यह एक साजिश है और वह इस मामले को उच्चतम न्यायालय को भी बताएंगे और पूरे मामले की जांच कराने का अनुरोध करेंगे।'


वहीं, दूसरी ओर रविवार को स्वामी चिन्मयानंद के पक्ष में हिंदू महासभा के तथाकथित नेता ओम जी ने संवाददाताओं से कहा कि, 'उन्होंने छह दिसंबर को राम मंदिर का निर्माण करने की घोषणा की है, ऐसे में अगर स्वामी चिन्मयानंद को कुछ हो जाता है तो मंदिर निर्माण में रोड़ा पैदा होगा।' उन्होंने कहा कि, 'स्वामी चिन्मयानंद पर दर्ज झूठा मुकदमा रद होने वाला है। चिन्मयानंद को दुष्कर्म के मामले में फंसाया जा रहा है। कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी फंसाया जाएगा इसलिए वह उत्तर प्रदेश सरकार से चाहते हैं कि चिन्मयानंद के विरुद्ध दुष्कर्म का मामला दर्ज नहीं कराया जाये और यदि दर्ज हो जाता है तो उसे खत्म कराएं। ओम ने कहा कि, 'पीड़िता यहां से जाकर दिल्ली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मिली और उन्हीं के दबाव में स्वामी चिन्मयानंद पर जीरो क्राइम नंबर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।'



गौरतलब है कि, पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर उन्हीं के कॉलेज में पढ़ने वाली एक कानून की छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल कर गंभीर आरोप लगाए थे। उच्चतम न्यायालय ने मामले में स्वत: संज्ञान लिया। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने एसआईटी टीम का गठन किया जो इस पूरे मामले की जांच कर रही है।