UP Crime News: सीतापुर में बाढ़ सहायता राशि के नाम पर 17 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. भोले-भाले लोगों को सरकार से 50-50 हजार रुपए दिलवाने का झांसा देकर चूना लगा दिया गया. जालसाजों ने बैंक खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड ले लिया. ठगी का पता चलने पर खाताधारकों के पैरों तले की जमीन खिसक गई. आनन फानन हरगांव थाने में जालसाज लाल मोहम्मद और साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. कुल 17 खाते एचडीएफसी बैंक की हरगांव, लहरपुर और खैराबाद शाखाओं में खुलवाए गए.


ठगी की नायाब तरकीब चकरा देगी सिर


जालसाजों ने तीन खातों से 17 लाख की रकम ट्रांसफर कर ली. जालसाजी का पता चलने पर बैंक के अधिकारी भी सतर्क हो गए और अन्य खातों पर नो डेबिट मार्क कर दिया. मामले की जांच साइबर और सर्विलांस की टीम कर रही है. जालसाज लाल मोहम्मद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. पुलिस को उम्मीद है कि बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है. साइबर अपराधियों के गिरोह की भी ठगी में शामिल होने की आशंका है. धोखाधड़ी का शिकार हुए लोग मजदूरी पेशा है.


तीन बैंक शाखाओं में खुलवाए 17 खाते


ग्राम खानपुर सादात में ज्यादातर लोग छप्परों के घर बनाकर रह रहे हैं. अक्सर बारिश और बाढ़ आने के कारण खानपुर सादात में कच्चा घर और दीवार गिर जाते हैं. मेहनत मजदूरी से घर बनाकर दोबारा रहने लगते हैं. मोहल्ला बारादरी कस्बा थाना लहरपुर का रहने वाला लाल मोहम्मद पुत्र अहमद अली करीब 15 दिन पहले खानपुर सादात गांव पहुंचा. उसने बब्बू, धर्मपाल से कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार का पैसा खाते में आनेवाला है.


बैंक में खाता होने पर बाढ़ सहायता राशि मिल जाएगी. खाता नहीं होने पर 50 हजार की राशि वापस चली जाएगी. ग्रामीणों ने बैंक में खाता नहीं होने की बात बताई. लाल मोहम्मद ने बैंक खाता खुलवाने का झांसा देकर आधार कार्ड, पैन कार्ड मांगा. आधार कार्ड पाते ही लाल मोहम्मद ने एचडीएफ सी बैंक में मैनेजर से बातचीत कर खाता खुलवा दिया. खाता खुलने के बाद पासबुक, एटीएम कार्ड अपने पास जमा करने को कहा.


लोगों को झांसा दिया कि सहायता राशि आने पर 20-20 हजार रुपए देगा और 30 हजार रुपए अपने पास रख लेगा. दो दिन पहले एचडीएफसी बैंक की हरगांव शाखा पहुंचने पर पता चला कि बब्बू के खाते से 7 लाख और धर्मपाल के खाते से 9 लाख रुपए आकर चले गए.


बैंक मैनेजर ने पूछा कि पैसा तुम लोगों ने कहां खर्च किए. बैंक मैनेजर के सवाल पर लोग सन्न रह गए. आनन फानन उन्होंने लाल मोहम्मद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस ने आरोपी लाल मोहम्मद को हिरासत में ले लिया. पुलिस धोखाधड़ी मामले की जांच में जुट गई है. साइबर और सर्विलांस की टीम साइबर अपराध के मास्टरमाइंड का पता लगा रही है. जालसाधों के तार देश में कहां-कहां तक फैले हुए हैं.


सीओ सदर राजू कुमार साव ने बताया कि हरगांव पुलिस ने ठगी का पर्दाफाश किया है. बैंक अधिकारियों की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता. साइबर अपराधियों का गैंग पहले गांव का मुआयना करता है. बारिश या बाढ़ की वजह से गिरे मकान को चिह्नित कर पीड़ितों को राहत का पैसा दिलाने के नाम पर खाता खुलवाया जाता है. 


खाता खुलवाकर खाताधारकों का पासबुक, एटीएम, चेकबुक और सिम अपने पास रख लेते हैं और किसी तीसरे व्यक्ति से उन खातों को 10 हजार रुपए में बेच देते हैं. तीसरा शख्स उन खातों को किसी और को भेज देता होगा. हमने खातों का पूरा डिटेल लिया है. खातों से बड़ी रकम का ट्रांसफर हुआ है. अभी हम लोग जांच कर रहे हैं. इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है. साइबर और सर्विलांस की टीम पैनी नजर बनाए हुई है. 


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