Sitapur News: आवारा गोवंशो को लेकर सरकार भले ही कड़े कदम उठा रही हो लेकिन जमीनी हालात कुछ और ही है. सीतापुर जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज के द्वारा भी निर्देश दिए गए हैं लेकिन उनके आदेशों की धज्जियां उड़ रही हैं. बता दें कि कुतुबनगर, मिश्रिख और कचनार क्षेत्रों में किसानों के खेतों में खड़ी फसलों को आवारा गोवंश बर्बाद कर रहे हैं. किसान इस कड़ाके की ठंड में दिन हो या रात अपने खेतों को आवारा गोवंशों से बचाने को मजबूर है. किसानों के खेतों में खड़ी फसलों को आवारा गोवंश चर रहे हैं. 


डीएम के आदेश के बाद भी नहीं भेजे गए आश्रय स्थल 
खेतों को चरने के बाद सड़कों पर चलते ये आवारा गोवंश किसी दुर्घटना को भी दावत दे रहे हैं. यह आवारा गोवंश खेतों, मार्गो और अन्य जगह पर झुंड के रूप में देखे जा सकते हैं. किसानों की कड़ी मेहनत पर ये पानी फेरने का काम कर रहे हैं. जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने आदेश दिए थे की कर्मचारी और ग्राम प्रधान आवारा गोवंश को गौ आश्रय स्थल पहुंचाएं लेकिन उनके आदेश को नहीं माना गया. डीएम के आदेश के मुताबिक 10 जनवरी तक आवारा गोवंशों को आश्रय स्थल भेज दिया जाना चाहिए था. यह अवधि बीत जाने के बाद भी अभी तक आवारा गोवंश किसानों की फसलों को बर्बाद करते देखे जा सकते हैं.


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