Sitapur Bribery Scandal: योगी सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए अधिकारियों को भले ही कड़े निर्देश दे रही हो, लेकिन भ्रष्टाचार की जंग अभी भी सरकारी अमले में बुरी तरह लगी हुई है. सरकारी ऑफिसर घूस लेने का कोई ना कोई जुगाड़ बना ही लेते हैं. सीतापुर (Sitapur) के कृषि विभाग में तैनात एक ऑफिसर खाद बीज का लाइसेंस बनवाने के नाम पर घूस लेने में तो कामयाब हो गए, लेकिन उन्हें यह जरा भी अंदाजा नहीं था कि यह शायद उनके गले की फांस बनने वाली है. गुरुवार को सीतापुर के प्रेमनगर स्थित खाद बीज भंडार में तैनात वरिष्ठ सहायक दिलीप सिंह को एंटी करप्शन टीम ने 8 हजार रूपये घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा.
एंटी करप्शन टीम की यह कार्रवाई शिकायतकर्ता नीरज अवस्थी की शिकायत पर की गई. शिकायतकर्ता नीरज अवस्थी संदना के कन्नपुर गांव के निवासी हैं. उन्होंने बताया कि खाद बीज का लाइसेंस बनवाने के लिए दिलीप सिंह को 5 हजार रुपये दिए थे. उसके बाद वह फिर से 8 हजार रुपये की मांग किया इसलिए 17 सितम्बर को वह भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ में शिकायत की. उसके बाद यह कार्रवाई हुई. जबकि लाइसेंस बनवाने की सरकारी फीस 2250 रुपये ही है.
लाइसेंस बनवाने के लिये मांगे घूस
नीरज अवस्थी ने बताया कि उसे खादबीज के लिए लाइसेंस बनवाना था. जिसको लेकर उससे 15 हजार रुपये घूस मांगे गए थे लेकिन 13 हजार रुपये में बात हुई. जिसके बाद घूस मांगने वाले ऑफिसर दिलीप ने पीड़ित नीरज से 5 हजार नगद ले लिए थे और बाकी 8 हजार रुपये बाद में मांगे थे. इसी बीच पीड़ित नीरज ने लखनऊ एंटी करप्शन टीम को सूचना दी. जिसके चलते आज 22 सितंबर को 8 हजार रुपये जब ऑफइसर दिलीप को दिए गए तो विजिलेंस की टीम ने उसे घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया.
4 घंटे तक चली पूछताछ
गुरुवार को पहुंची विजिलेंस की टीम ने शिकायतकर्ता के साथ खाद बीज भंडार पहुंचकर वरिष्ठ सहायक दिलीप सिंह को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया. विजिलेंस की टीम के साथ कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची थी जहां से दिलीप सिंह को लाया गया. इसे लेकर कोतवाली में करीब 4 घंटे तक पूछताछ और लिखा-पढ़ी चलती रही. टीम में लखनऊ इकाई के प्रभारी संजय कुमार सिंह, निरीक्षक राकेश सिंह, नंदकिशोर, राजेश प्रताप सिंह, मुख्य आरक्षी अभिषेक त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. विजिलेंस टीम के अधिकारी नरूल उदा खां ने बताया कि आरोपी को 23 सितम्बर को लखनऊ पीसी कोर्ट में पेश किया जाएगा.