Sitapur News: सीतापुर के गांजरी इलाके में रहने वाले सैकड़ों ग्रामीण दो तरफा खतरे से जूझ रहे हैं. एक तरह उफनाई सरयू नदी की बेकाबू लहरे आबादी की ओर बढ़ रही है तो वहीं दूसरी तरफ घड़ियाल के आतंक से ग्रामीण दहशत में हैं. पिछले 15 दिन से घड़ियाल सरयू नदी की तलहटी में बसे गांवों के आसपास विचरण करता नजर आ रहा है. एक गाय पर घड़ियाल के हमले से दहशत और बढ़ गई है. रेउसा इलाके में बाढ़ के समय लोगों के सामने अपने आशियाने और गृहस्थी सुरक्षित रखने के साथ उन्हें अपने बच्चों और पशुओं की जान बचाना भी सबसे बड़ी चुनौती होती है. 


घड़ियाल के आतंक से ग्रामीणों में है दहशत
पिछले कुछ दिनों से सरयू नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. किनारे पर बसे गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचने लगा है. ऐसी स्थिति में जहां लोग अपनी गृहस्थी का सामान सुरक्षित करने में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ नदी में कहीं से आया एक बड़ा घड़ियाल गांव में आबादी के बीच आ गया है. पासिन पुरवा और  परमेश्वर पुरवा गांव के बीच गोपाल के घर के सामने करीब एक पखवाड़े से घड़ियाल देखा जा रहा है. कई बार वह घर के पास तक आ गया और उनकी गाय पर हमला भी किया. 
 
'घड़ियाल से परिवार और पशुओं को खतरा'
ग्रामीणों ने लाठी-डंडों के सहारे उसे भगाया तो वह नदी में चला गया. ग्रामीणों का कहना है कि वह नदी से बाहर आकर बार-बार उनके घर की तरफ आता है. दहशत के मारे रात भर अपने बच्चों और मवेशियों की सुरक्षा के लिए पहरेदारी कर रहे हैं. परमेश्वर पुरवा गांव के एक और ग्रामीण भाई लाल का कहना है कि घड़ियाल तकरीबन 20 दिन से लगातार दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे परिवार सब यहीं हैं. सबको घड़ियाल से खतरा है. लेखपाल को भी इसकी जानकारी दी गई लेकिन यहां कोई नहीं आया. 


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