Sitapur News: सीतापुर पुलिस महकमे ने न सिर्फ सदैव तत्पर रहने का नारा दिया बल्कि आपात स्तिथि में भी पीछे नहीं रही है. दरअसल, यह हकीकत गुरुवार की रात उस समय सच साबित हुई जब जंगली जानवर की दहाड़ से डरे सहमे ग्रामीण घर की छत पर दुबक गए, मगर इमलिया सुल्तानपुर थाना के बीट दरोगा बाबू खान अपनी जान की परवाह किए बगैर रात भर पीपा पीट-पीट कर ग्रामीणों की सुरक्षा में मुस्तैद नजर आए.पुलिस ने ग्रामीणों का साथ दिया लेकिन वन विभाग का कोई भी अधिकारी और पुलिसकर्मी नहीं पंहुचा.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 25 जुलाई को क्षेत्र के नौवा अम्बरपुर में एक जानवर देखा गया था. जिसके बाद बुधवार की शाम अटरिया कीरतपुर गांव निवासी वकील मौर्या और दिनेश अपने कुछ साथियों के साथ गांव के बाहर खड़े थे. तभी झाड़ी से कुछ आवाज सुनाई पड़ी, इस पर इन लोगों ने पत्थर चला दिया. तभी अचानक झाड़ी से एक जानवर निकलकर इन लोगों को दौड़ाता है. वहीं इसी गांव के रामपाल को गांव में एक बछड़े के अवशेष पड़े मिले थे. जिसके बाद गुरुवार को देवई गांव निवासी कमरुद्दीन गांव के उत्तर तालाब पर बकरी चरा रहे थे. तभी अचानक गन्ने के खेत से एक जानवर छलांग लगाकर निकला और बकरी के बच्चे को गन्ने में उठा ले गया. जिस पर कमरुद्दीन गांव की तरफ चिल्लाते हुए भागा और ग्रामीणों को लाठी डंडे के साथ लेकर गन्ने के खेत में चला गया. वहां जाकर देखा तो वह जंगली जानवर बच्चे का पेट फाड़कर खा चुका था.
पुलिस ने ग्रामीणों को सावधान रहने के लिए कहा
इसी दौरान किसी ने इमलिया पुलिस को सूचना दे दी. सूचना पाकर प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह बिना देर किए बीट दरोगा बाबू खान,आरक्षी अश्वनी त्यागी, राहुल यादव को मौके पर भेजा.जहां पुलिस ने ग्रामीणों के साथ पीपा बजाते हुए लाठी डंडा टार्च लेकर पहले काम्बिंग की. उसके बाद दरोगा ने ग्रामीणों को पीपा बजाने को कहा सभी लोग ऐसे ही पीपा बजाते रहे और अलाउंस करते हुए कहा कि इमलिया पुलिस आपकी सेवा में 24 घंटे तत्पर है. आप लोग सावधान होकर घरों में रहे. शुक्रवार को धेनापुर,कुसुमा,बख्तावरपुर,ललतूपुरवा आदि गांवों में वन क्षेत्राधिकारी लहरपुर अभय कुमार मलह ने कांबिंग करते हुए मिले पगचिह्न के आधार पर बताया कि यह लकड़बग्घा के पगचिह्न हैं. मेरी टीम लगी हुई है.आसपास के ग्रामीणों को सावधान रहने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें:-
Azam Khan Health Update: मेदांता अस्पताल में भर्ती कराए गए सपा नेता आजम खान, फेफड़ों में हुआ संक्रमण