Sitapur News: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पानी का क़हर देखने को मिला है. जहां बिस्वा-महमूदाबाद मार्ग पर सोमवार की सुबह शारदा नदी की सहायक नदी की पटरी कट गई. जिससे इलाके के 50 गांवों में पानी भर गया. जिससे पूरे इलाक़े में तबाही मच गई है. पानी की वजह से इस इलाके के 20 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. हजारों बीघा खेतों में पानी भर गया और किसानों की फसल नष्ट हो गई है.
ग्रामीणों का कहना है कि सोमवार को 12 बजे के आसपास नहर किनारे बनी पटरी पानी के दबाव की वजह से कट गई, जिसके बाद तो इलाके में पानी का सैलाब आ गया. इतना पानी आया कि आसपास दस किलोमीटर के क्षेत्रफल में पानी भर गया. हजारों लोग पानी की वजह से अपने घरों में फंसकर रह गए. देर शाम तक इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया.
1500 लोगों का रेस्क्यू
एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद 1500 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया. ग्रामीणों का कहना है कि चार दिन पहले ही उन्होंने सिंचाई विभाग के पेट्रोलमैन को इसकी जानकारी दी थी कि पटरी के किनारे सरसराहट की आवाज आ रही है और वहां पर पानी की भंवर बन रही है. जिसे चेक करना चाहिए नहीं तो कुछ गड़बड़ हो सकती है. लेकिन, उनकी बातों को अनसुना कर दिया गया.
नहर की पटरी कटने से आसपास के लोधौरा, मरखापुर, भिनैनी, सद्दूपुर, रुहसन, समेत 12 गांव पूरी तरह पानी से घिर गए और क़रीब 50 गाँवों के रास्तों और सड़कों पर पानी भर गया है. प्रशासन की टीम ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है. शारदा बैराज से नहर में पानी छोड़ना बंद कर दिया गया है ताकि पानी के वेग को कम किया जा सके. वहीं नहर की पटरी से पानी का बहाव रोकने के लिए मिट्टी और पेड़ लगाकर कटान रोका गया है. वहीं पटरी की भी मरम्मत की जा रही है.
जलशक्ति मंत्री ने किया दौरा
हालात बिगड़ने के बाद प्रदेश के जनशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी सीतापुर पहुंचे, जहां उन्होंने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और राहत शिविरों में जाकर पीड़ित लोगों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने डीएम को हर संभव मदद के निर्देश दिए. उन्होंने प्रभावित इलाको का दौरा कर जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इसमें मानवीय लापरवाही नहीं लग रही है. मामले की जांच चल रही है. ग्रामीणों से भी बातचीत की जाएगी.
Ghazipur: दो RPF जवानों की हत्या मामले में चार शराब तस्कर गिरफ्तार, एनकाउंटर के बाद पुलिस ने दबोचा