उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सीतापुर (Sitapur) में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है. यहां पुलिस ने 3 और आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की है जबकि 2 आरोपियों के खिलाफ पहले से ही रासुका के तहत कार्रवाई की जा चुकी है. सीतापुर के थाना रेउसा क्षेत्र के सेमराकला गांव में 29 मार्च की रात गांव के निकट पंचायत भवन के पास स्थित पीपल के पेड़ के नीचे बने पक्के चबूतरे पर 30 वर्षों से शिवलिंग और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित थी. 


ग्रामीण यहां पूजा-पाठ के साथ धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करते आ रहे थे. उसी रात प्रधानपति गुलजार खां ने धार्मिक स्थल की जमीन पर कब्जा करने की नीयत से पक्का चबूतरा खुदवा डाला और देव प्रतिमाओं के साथ चबूतरे की ईंटों को गायब करवा दिया. सुबह ग्रामीणों के बीच जब धार्मिक स्थल को नष्ट किए जाने की खबर पहुंची तो लोग आक्रोशित हो गए. 


धरने पर बैठ गए थे विधायक ज्ञान तिवारी 
सूचना पाकर भारी पुलिस बल के साथ क्षेत्रीय विधायक ज्ञान तिवारी मौके पर पहुंच गए. घटना को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर नाराज विधायक ज्ञान तिवारी धरने पर बैठ गए थे और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अड़े थे.


पुलिस क्षेत्राधिकारी अभिषेक प्रताप ने दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया था. इसके बाद पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.  पुलिस ने इसमें बंद प्रधानपति गुलजार खां और छोटे के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की थी और जेल में बंद अन्य 3 आरोपी मंजूर खां, इजहार खां, बब्बन खां के खिलाफ भी आज पुलिस ने रासुका की कार्यवाही की है.


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