3 जून यानी वर्ल्ड बायसाइकिल डे (World Bicycle Day 2022) पर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सीतापुर (Sitapur) में एक साइकिल रैली निकाली गई. आईएमए (Indian Medical Association) के आह्वान पर नगर के डॉक्टरों और युवाओं ने करीब 5 किलोमीटर साइकिल चलाकर यह संदेश दिया कि अगर स्वस्थ रहना है तो अपने जीवन में साइकिलिंग करना अनिवार्य है. साइकिल रैली को जिलाधिकारी अनुज सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट पूजा मिश्रा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. नगर के राइफल क्लब से साइकिल रैली की शुरुआत हुई जो बहुगुणा चौराहे तक जाने के बाद फिर वापस राइफल क्लब में समाप्त हुई.
कौन कौन शामिल हुआ
आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर पी के धवन, उपाध्यक्ष डॉक्टर वीके त्रिपाठी, सेक्रेटरी डॉक्टर सुनील वैश्य, कोषाध्यक्ष डॉक्टर तरुण सहगल, महिला चिकित्सक डॉक्टर शालू कपूर, डॉक्टर शेफाली गोयल, रति सहगल, डॉक्टर समीर अग्रवाल, डॉ मनीष जैन, डॉ पंकज अवस्थी, डॉ राजीव कपूर, डॉक्टर प्रवीण गुप्ता समेत तमाम लोग साइकिल रैली में शामिल हुए. कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण बचाने और साइकिल चलाकर स्वस्थ रहने का संदेश देना था.
क्या हैं साइकिल चलाने के फायदे
हर साल 3 जून को पूरे विश्व में विश्व साइकिल दिवस मनाया जाता है. साइकिल चलाने के कई सारे फायदे होते हैं. कोरोना के कारण यूं तो लोगों का सड़कों पर निकलना कम हो गया है, लेकिन कई लोग खुद को स्वस्थ रखने के लिए साइकिल का उपयोग करते हैं. साइकिल चलाने के कई सारे फायदे हैं. साइकिल चलाने से वजन कम करने में तो सहायता मिलती ही है, साथ ही मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं.
पर्यावरण के लिहाज से भी साइकिल चलाना एक बहुत अच्छी क्रिया है. यह वातावरण को प्रदूषण मुक्त रखने में सहायक है. साथ ही साइकिल चलाने में किसी प्रकार का ईंधन भी खर्च नहीं होता है. कई लोगों को तो साइकिल चलाने का शौक भी होता है. इसे शरीर के लिए की जाने वाली श्रेष्ठ कसरतों में से एक माना जाता है इसलिए साइकिल चलाते रहना चाहिए.