Sitapur Girls Suicide Case: यूपी (Uttar Pradesh) में सीतापुर (Sitapur) के राजा बहादुर डा. सूर्य बख्श सिंह इंटर कॉलेज कमलापुर (आरबीएसबीएस) की 3 छात्राओं द्वारा खुदकुशी किए जाने के मामले में पुलिस (Sitapur Police) की अब तक जांच में सात लोग दोषी पाए गए हैं, जिन्हें पुलिस ने जेल भेजने की कार्रवाई की है. करीब 8 दिन के अंदर तीन छात्राओं ने अलग-अलग दिनों में, अलग-अलग तरीके से आत्महत्या कर ली. तीनों मामले में खास बात यह रही कि किसी के भी परिजनों ने पुलिस को सूचना नहीं दी. बिना सूचना दिए ही सभी का अंतिम संस्कार कर दिया. कालेज के प्रधानाचार्य को भी छात्राओं की आत्महत्या की जानकारी काफी देर से लगी. 


अब सभी के परिजन न्याय दिलाए जाने की मांग कर रहे हैं. इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह आई है, कि स्कूल के बगल में ही किराए के मकान में खुद को कैप्टन बताकर रहने वाला सेना का एक सिपाही भी गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि छात्राओं को जाल में फंसाने वाला एक रैकेट सक्रिय था, लेकिन पुलिस की जांच में तीनों आत्महत्या के कारण अलग-अलग निकल कर आए हैं. एबीपी गंगा की टीम ने आत्महत्या करने वाली तीनों छात्राओं के परिजनों से लेकर स्कूल के प्रधानाचार्य और अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एन.पी. सिंह से बातचीत कर पूरे मामले की सच्चाई जानने का प्रयास किया. साथ ही एबीपी गंगा की टीम उस सरांय नदी के पुल पर भी पहुंची जहां से एक छात्रा ने छलांग लगाकर जान दी थी.


पहला मामला
सीतापुर के कमलापुर थाना इलाके में तीनों छात्राओं ने खुदकुशी की. पहला मामला 10 दिसंबर का है, शिवपुरी गांव की रहने वाली और राजा बहादुर डा. सूर्य बख्श सिंह इंटर कालेज कमलापुर में कक्षा 12 की छात्रा पावनी यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतका के पिता ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि उसे स्कूल के रास्ते में परच्यून की दुकान लगाने वाला राहुल यादव परेशान करता था, शादी के लिए प्रताड़ित करता था, जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली. उन्होंने लोकलाज के मारे शव का पुलिस को सूचना दिए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया. अब वह चाहते हैं कि दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो. पुलिस ने राहुल यादव निवासी कुर्सिनपुवा के खिलाफ 306/354, 7/8 पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.


दूसरा मामला
दूसरा मामला 12 दिसंबर का है. ज्योतिशाह आलमपुर की रहने वाली राजा बहादुर डा. सूर्य बख्श सिंह इंटर कालेज कमलापुर कक्षा 11 की छात्रा सीमा की मां का कहना है कि उनकी बेटी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. मां के मुताबिक उसका विवाह तय हुआ था, ससुरालीजन दहेज की मांग कर रहे थे. इससे परेशान होकर बेटी ने आत्महत्या का रास्ता चुन लिया. मृतका की मां का कहना है कि उनकी तीन बेटियां थीं, लोक लाज के मारे उन्होंने भी पुलिस को सूचना नहीं दी और बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया. इस मामले में पुलिस ने आरोपी अंकित और उसकी मां कमला देवी के खिलाफ धारा 306, 3/4 दहेज अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की.


तीसरा मामला
आत्महत्या करने वाली तीसरी छात्रा भी राजा बहादुर डा. सूर्य बख्श सिंह इंटर कालेज कमलापुर में 12वीं की छात्रा आकृति तिवारी थी. तिवारीपुर गांव की रहने वाली छात्रा ने जयरामपुर स्थित सरांयनदी पुल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही, इस छात्रा का भी अंतिम संस्कार कर दिया. आत्महत्या की यह घटना 18 दिसंबर की है. इस मामले में पुलिस ने सेना का कैप्टन बताने वाले सिपाही अजय सिंह, अमन उर्फ संभू तिवारी, ललित यादव साथ ही एक नाबालिग के खिलाफ धारा 306, 354डी, 7/8 के तहत मुकदमा दर्ज कर सभी को जेल भेजने की कार्रवाई की है.


प्रिंसिपल ने क्या कहा
राजा बहादुर डा. सूर्य बख्श सिंह इंटर कॉलेज कमलापुर के प्रधानाचार्य साकिब जमाल अंसारी से जब तीन छात्राओं की आत्महत्या के कारणों को जानने का प्रयास किया गया, तो उनका कहना था कि, जिन छात्राओं ने यह कदम उठाया है, उसके पीछे उनके स्कूल के किसी छात्र की संलिप्तता नहीं मिली है, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें भी परिजनों ने काफी देर बाद जानकारी दी. प्रिंसिपल भी चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.


एएसपी ने क्या कहा
मामले की जांच करने वाले अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी सीतापुर एन.पी. सिंह ने बताया कि छात्राओं की आत्महत्या के तीनों मामले में सात अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है. तीनों मामले अलग-अलग हैं.


UP Nikay Chunav: यूपी में अप्रैल-मई तक टल सकता है निकाय चुनाव, जानें- क्या हैं तीन प्रमुख वजह?