Greater Noida Snitation Workers strike: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के बाहर सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मचारी (Snitation Workers) धरने पर बैठे हुए हैं उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. सफाई कर्मियों की इस हड़ताल (Strike) से ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में कूड़ा निस्तारण को लेकर संकट गहरा सकता है. 


हड़ताल पर हैं सैकड़ों सफाई कर्मचारी
किसी भी शहर या सोसायटी को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी वहां के सफाई कर्मचारियों के कंधों पर होती हैं लेकिन जरा सोचिए जब सफाई कर्मचारी ही नाराज होकर हड़ताल पर चले जाएं तो उस शहर में स्वच्छता कैसी रहेगी, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश के सबसे हाईटेक शहर ग्रेटर नोएडा में सैकड़ों सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. सफाई कर्मचारियों का कहना है की ठेकेदारी प्रथा खत्म हो और उनका भी वेतन मान बढ़ाया जाए. इन्हीं सब बातों को लेकर सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं और उनका कहना है कि जब तक प्राधिकरण उनकी मांगों को नहीं और मांगों को शासन तक नहीं भेजता तब तक वो काम पर वापस नहीं लौटेंगे. 


काम पर नहीं लौटेंगे
बता दें कि, सफाई कर्मचारी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर टेंट लगाकर धरने पर बैठे हुए हैं. उनका कहना है कि उनके साथ करीब 1200 कर्मचारी इस धरने में शामिल हैं और जब तक प्राधिकरण उनकी बात नहीं मानता तब तक वो काम पर नहीं लौटेंगे. इन 1200 कर्मचारियों में करीब 150 ट्रैक्टर चालक भी हड़ताल पर हैं जो सफाई कर्मचारियों द्वारा उठाए गए कूड़े को निस्तारण के लिए ले जाते हैं.  


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हड़ताल खत्म नहीं करेंगे
जहां नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ पिछले 53 दिनों से किसान अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ सफाई कर्मचारियों ने भी विरोध का बिगुल फूंक दिया है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और सफाई कर्मचारियों के बीच कोई रास्ता निकलेगा या नहीं ये कह पाना तो मुश्किल है लेकिन सफाई कर्मचारियों ने एबीपी गंगा से बातचीत के दौरान ये स्पष्ट जरूर कर दिया है कि जब तक उनकी मांगों को प्राधिकरण मान नहीं लेता है, तब तक वो अपनी हड़ताल खत्म नहीं करेंगे. 


खड़ा हो सकता है गंभीर संकट 
लेकिन, हालात देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि अगर जल्द ही ग्रेटर नोएडा में सफाई कर्मचारी हड़ताल से वापस नहीं आए तो ग्रेटर नोएडा में कूड़ा निस्तारण को लेकर एक बड़ा संकट खड़ा हो सकता है. यही वजह है कि सफाई कर्मचारियों को समझाने के लिए प्राधिकरण के अधिकारियों की एक टीम लगातार प्रयासरत है. प्राधिकरण को उम्मीद है कि जल्द ही सफाई कर्मचारियों को समझा बुझाकर काम पर वापस लाया जाएगा.



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