आगरा: आठ नये मामले सामने आने से जिले में फिर हड़कंप...मरीजों की संख्या 381 तक पहुंची
आगरा में कोरोना का साया दिन ब दिन गहराया जा रहा है। सोमवार सुबह 8 नये मामले सामने आने से जिला प्रशासन सकते में आ गया।
आगरा, एबीपी गंगा। रविवार को मौसम के साथ कोरोना वायरस संक्रमितों के आंकड़ों ने जो राहत दी थी वो सोमवार सुबह चिंता में बदल गई। सुबह आठ नये मामलों की पुष्टि होने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या अब 381 पर पहुंच गई है। वहीं मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ने से प्रशासन के माथे पर चिंता के बल पड़ गए हैं। दो दिन पहले हुई एक व्यक्ति की रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद जिले में मृतकों की संख्या 10 पहुंच गई है। वहीं रविवार रात तक दो लोगों में संक्रमण की पुष्टि होने से आंकड़ा 373 पर पहुंच गया था लेकिन सोमवार सुबह राहत फिक्र में बदल गई। आठ नये मामलों के बाद आंकड़ा 400 के करीब पहुंचता दिख रहा है।
जिलाधिकारी पीएन सिंह के अनुसार सोमवार सुबह आगरा में आठ संक्रमितों की पुष्टि हुई है। वहीं मोती कटरा निवासी 70 वर्षीय व्यक्ति की दो दिन पहले रेस्पिरेटरी फेलियॉर की वजह से मौत हो गई थी। मृत्यु के बाद सैंपल भेजे गए थे। रविवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इससे पहले शनिवार सुबह 10 तो शाम तक 13 मामले और सामने आने के बाद आगरा में कुल आंकड़ा 371 पर पहुंच गया था। इशारा अब ये है कि आने वाले दिनों में यह संख्या 400 के ऊपर होगी। आगरा में अब मृतक संख्या 10 हो चुकी है और 59 लोग ठीक हो चुके हैं।
70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत से संख्या हुई 10
मोती कटरा निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग की रेस्पिरेटरी फेलियॉर के कारण दो दिन पहले मौत हो गई थी। बुजुर्ग के सैंपल जांच को भेजे गए। रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
मधु नगर में संक्रमित दूधिया ने उड़ाई दर्जनों परिवारों की नींद
मधु नगर में दर्जनों परिवारों की नींद एक संक्रमित दूधिया ने उड़ा दी है। ये परिवार दूधिया के बाड़े से दूध लेने जाते थे। शनिवार को पुलिस ने दोनों बाड़ों को देखने पहुंची तो वह बंद थे। बस्ती के लोग अपने घरों में थे।
हरीपर्वत के पीपल मंडी इलाके के रहने वाले दूधिया का मधु नगर में दूध का काम है। वहां पर उसके दो बाड़े हैं। जहां दर्जनों परिवार दूध लेने पहुंचते हैं। दूधिये ने तबीयत खराब होने पर कोरोना संक्रमण की जांच कराई थी। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसकी जानकारी उसके यहां बाड़े से नियमित दूध लेने वाले परिवारों को हुई तो उनकी नींद उड़ गई। बताया जाता है कि दूधिया सुबह-शाम अक्सर बाड़े पर आता था। इसके चलते वहां से दूध लेने वाले परिवार परेशान हैं। वह अब अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे। कोई भी बाड़े की ओर नहीं जा रहा है। दूधिया के संक्रमित होने का पता चलने पर शनिवार को सदर थाने की पुलिस भी वहां गई। उसे दोनों बाड़े बंद मिले। आसपास की जिन गलियों में लोग अक्सर खड़े मिलते थे, वहां भी सन्नाटा था।