प्रयागराज, मो. मोईन. कोरोना वायरस के खतरे को कम करने के लिए लोग तमाम तरह के तरीके अपना रहे हैं. संगम नगरी प्रयागराज में भी कोरोना के खतरे को कम करने के लिए स्मार्ट चाबी तैयार की गई है. दावा है कि इसके इस्तेमाल से कोरोना के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है. खास बात है कि तांबे से बनी इस चाबी की कीमत सिर्फ 200 रुपये है. ये चाबी दरवाजे-खिड़कियां खोलने से लेकर, लिफ्ट और मोबाइल फोन ऑपरेट करने, एटीएम कार्ड के इस्तेमाल और सब्जी व दूसरे जरूरी सामानों की थैलियां उठाने में मदद करेगी. कोरोना के साथ ही कई दूसरी तरह के संक्रमण के खतरे को कम करने की वजह से ही इसे स्मार्ट चाबी नाम दिया गया है.


इस चाबी को प्रयागराज की एक संस्था ने तैयार किया है. जनहित ओम साईं समिति नाम की संस्था का दावा है कि दुनिया भर की तमाम रिसर्च में यह साफ हुआ है कि कॉपर यानी तांबा इकलौता ऐसा मेटल है, जिस पर कोई भी वायरस जिंदा या एक्टिव नहीं रह पाता. तांबे के संपर्क में आते ही वायरस कुछ ही पल दम तोड़ देता है, यानी वह निष्क्रिय हो जाता है. तांबे को लेकर हुई दुनिया भर की तमाम रिसर्च और विशेषज्ञों से राय लेने के बाद ही संस्था ने इस चाबी को तैयार कराया है. शुरुआती में 1 हजार चाबियां लोगों को मुफ्त में दी जा रही हैं, इसके बाद इन्हे सिर्फ लागत मूल्य पर ही मुहैया कराई जाएंगी.


कैसे करें स्मार्ट चाबी का इस्तेमाल?
इस चाबी को इस तरह तैयार किया गया है कि यह कई जगहों पर काम आ सके. इसके आगे के हिस्से से लिफ्ट, मोबाइल फोन और एटीएम मशीन को बिना छुए ऑपरेट किया जा सकता है. इतना ही नहीं इससे घर-दफ्तर व कार के दरवाजे-खिड़कियां खोली जा सकती हैं. थैलियों को उठाया जा सकता है. चाबी का इस्तेमाल कर तमाम चीजों को सीधे तौर पर छुए बिना ही उनका उपयोग किया जा सकता है. चाबी के इस्तेमाल का सीधा फायदा यह होगा कि आप उन तमाम चीजों को छूने से बच सकते हैं, जिनके इस्तेमाल से संक्रमण का खतरा होता है. यह स्मार्ट चाबी कोरोना ही नहीं बल्कि तमाम दूसरी तरह के वायरसों के खतरे को भी कम कर देता है.


संस्था के प्रमुख हरिओम शास्त्री का कहना है कि जादुई चाबी को जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है. तमाम लोग इसका इस्तेमाल कर खुद को कोरोना के खतरे से बचाना चाहते हैं. उनके मुताबिक कई कंपनियों ने भी इस चाबी को तैयार कर उसे बाजार में उतारने का ऑफर दिया है.



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