अमेठी: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अपनी राजनीति चमकाने के लिए नये कृषि कानूनों के बारे में किसानों में भ्रम फैला रही है. साथ ही, उन्होंने कहा कि किसान नई तकनीक के जरिए अपनी आमदनी बढ़ाना चाहता है, जिससे कांग्रेस को तकलीफ हो रही है. स्मृति ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को किसानों के मुद्दे पर बहस की चुनौती दी.


अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के दौरे पर आईं स्मृति ने कहा, ''कांग्रेस अपनी सियासत चमकाने के लिए देश के किसानों के बीच भ्रम फैला रही है. कांग्रेस नए कृषि कानूनों के बारे में यह झूठ बोल रही है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था और मंडियों को समाप्त कर रही, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है.'' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के किसान कृषि की आधुनिक तकनीक अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस को इससे तकलीफ हो रही है.


स्मृति ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कर्ज माफी की थी, जिससे अमेठी के 40 हजार किसानों का 196 करोड़ रुपए का कर्ज माफ हुआ था. इसके अलावा, प्रधानमंत्री की किसान सम्मान योजना के तहत अमेठी के तीन लाख 27 हजार किसानों को लाभ मिल रहा है.


किसानों के मुद्दे पर बहस करने को तैयार हूं- स्मृति ईरानी


इससे पहले, स्मृति ने तिलोई विधानसभा क्षेत्र के सिंहपुर ब्लाक में किसानों को संबोधित करते हुए आरोप लगाया 'कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी देश के किसानों से झूठ बोल कर उन्हें गुमराह कर रहे हैं.' स्मृति ने गांधी परिवार पर तीखा हमला करते हुए कहा 'आज जो किसानों पर झूठे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, उन्हें गुमराह कर रहे हैं, उनके (राहुल के) जीजा जी तमाम किसानों की जमीन हड़प कर बैठे हुए हैं.''


स्मृति ने राहुल को बहस की चुनौती देते हुए कहा,'' उनमें हिम्मत है, तो अमेठी के किसान के बीच आएं. मैं उनसे किसानों के मुद्दे पर बहस करने को तैयार हूं.' अमेठी से भाजपा सांसद ने कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं.


उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाते हुए कहा, ''आपकी जमीन न तो बिकेगी, न गिरवी होगी. बल्कि किसानों को उनकी उपज की कीमत 72 घंटे के अंदर मिल जाएगी. लेकिन, राहुल गांधी किसानों को गुमराह कर रहे हैं. अमेठी से उनका बोरिया बिस्तर बंध चुका है, अब देश से भी बंधने वाला है. यही कारण है कि उनमें (राहुल में) और कांग्रेस में बौखलाहट है. ''


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