Smriti Irani Amethi House News: पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान अमेठी की जनता से यह वादा किया था कि जब वह अमेठी की सांसद बन जाएंगी तो यहां के लोगों को उनसे मुलाकात करने के लिए दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा. वह अमेठी में ही अपना आवास बनाकर रहेंगी. तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 2019 का चुनाव जीतने के बाद 22 फरवरी 2021 को अमेठी जनपद मुख्यालय गौरीगंज के मेंदन मवई ग्राम सभा के सारायभागमानी में फूलमती पांडेय से 11 बिस्वा जमीन 12 लाख 11 हजार रुपए में खरीदी थीं.


जिसका 29 जुलाई 2021 को तत्कालीन केंद्रीय मंत्री और अमेठी के पूर्व सांसद स्मृति ईरानी के पुत्र जौहर ईरानी ने विधिवत भूमि पूजन करते हुए नींव की ईंट रखा था. इसके उपरांत उस पर निर्माण कार्य शुरू हुआ और भव्य आलीशान मकान बनाकर तैयार हो गया. 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भगवान राम लाल के अपने गर्भ गृह में आने के एक माह पश्चात 22 फरवरी 2024 को विधिवत हवन पूजन करने के बाद स्मृति ईरानी ने अपने पति जुबिन ईरानी के साथ सर पर कलश रखते हुए गृह प्रवेश भी किया.


चुनाव हारने के बाद अमेठी नहीं लौटीं स्मृति ईरानी


यहीं से स्मृति ईरानी लोकसभा चुनाव 2024 का चुनाव भी लड़ीं, लेकिन इस बार चुनाव हार गईं. यह पहली बार नहीं है जब वह अमेठी से चुनाव हारी हैं. इसके पहले भी वह 2014 का चुनाव अमेठी से हार चुकी थीं, लेकिन दोनों में अंतर इस बात का है कि 2014 में चुनाव हारने के बाद स्मृति ईरानी लगातार अमेठी में सक्रिय थीं, लेकिन 2024 का चुनाव हारने के 1 महीने से अधिक का समय बीत गया वह दोबारा मुड़कर अभी तक अमेठी नहीं आईं. 


स्मृति ईरानी के अमेठी वाले मकान में नहीं रहता कोई


अब उस मकान में रहने वाला इस समय कोई नहीं है. सिर्फ केयरटेकर हैं, जो मकान की देखभाल करता है साफ सफाई करता है. क्योंकि मकान में सर्वेंट क्वार्टर भी बने हुए हैं. उसी में वह 24 घंटे निवास भी करता है और मकान की देखभाल करता रहता है. मकान के कैंपस के अंदर ही एक मंदिर बना हुआ है उसे मंदिर पर सुबह शाम पूजन करने के लिए पुजारी भी आते हैं.


चौकीदार करता है घर की निगरानी


यही नहीं रात्रि के लिए चौकीदार भी नियुक्त है और घर के अंदर बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है. हालांकि फरवरी 2024 में गृह प्रवेश के बाद वह जब दिल्ली चली गईं तब भी यही व्यवस्था थी और जब आती थीं तब साफ सुथरा मकान उनको मिलता था और वह उसी में निवास करती थीं. वही व्यवस्था आज भी लागू है, लेकिन अंतर सिर्फ इतना हो गया है कि चुनाव हारने के बाद वह अभी दोबारा अमेठी नहीं आई हैं.


अमेठी के स्थानीय लोगों ने क्या कहा?


अमेठी के स्थानीय लोगों ने बताया कि उन लोगों को बहुत उम्मीद थी कि स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव जीत कर फिर से सांसद बनेंगी और मंत्री भी बनेंगी. वह नियमित रूप से उनके गांव में रहेंगे, जिससे उन लोगों को भी गर्व की अनुभूति होगी, लेकिन शायद ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. जहां पर हमेशा चहल-पहल बनी रहती थी वहां पर अब एकदम से अचानक वीरानियां ही दिखाई पड़ती है.


स्मृति ईरानी के रहने से सड़क बिजली पानी इत्यादि की व्यवस्था मेंदन मवई ग्राम सभा में सब शिफ्ट दुरुस्त हो रही थी, लेकिन अब वह सब कार्य भी ढीला पड़ गया है. स्थानीय लोगों ने तो यहां तक कहा कि जब अमेठी के लोगों ने स्मृति को हरा दिया तो अब वह क्या करने अमेठी में आएंगी और रहेंगी. देखिए अब आगे वह इस मकान का क्या करती हैं अपने पास रखती हैं या फिर उसे बेंच देंगी. फिलहाल अभी तो नौकर के अलावा अंदर मकान में रहने वाला कोई नहीं है.


(अमेठी से लोकेश त्रिपाठी की रिपोर्ट)


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