Hapur News: यूपी के हापुड़ के सदरपुर गांव में अबतक 3 लोगों की जान लेने वाले सांप के डर से ग्रामीण घरों के बाहर सामूहिक रूप से खुले में सोने के लिए मजबूर हैं. 6 लोगों को डस चुके इस सांप की इतनी दहशत है कि लोग लाठी-डंडे लेकर पुलिस के साथ गश्त कर रहे हैं. सांप को पकड़ने के लिए वन विभाग ने सपेरों को भी बुलाया गया. लेकिन, दो दिन तक चले सर्च अभियान के बावजूद सफलता नहीं मिली. हालांकि वन विभाग के अधिकारी ने ये कहते हुए कि सपेरों को बुलाने की बात से पल्ला झाड़ लिया कि गांव वालों की गुजारिश पर सपेरों को बुलाया गया था. 


सैदपुर गांव में सांप ने सबसे पहले एक महिला पूनम, 12 साल की बेटी साक्षी और 9 साल के बेटे कनिष्क को डस लिया था. अस्पताल ले जाने पर तीनों को मृत घोषित कर दिया गया था. इसके बाद मंगलवार को उनके पड़ोसी प्रवेश को सांप ने डस लिया, लेकिन समय पर इलाज मिलने से उनकी जान बच गई. अभी लोग दहशत से उबरे भी नहीं थे कि मंगलवार रात को ही प्रवेश की पत्नी ममता को भी सांप ने चारपाई पर सोते समय डस लिया.  बीती रात गांव की महिला उमेश को भी सांप ने डस लिया. जिसका अभी भी मेरठ के अस्पताल में इलाज चल रहा है.


वन विभाग ने बुलाए स्नेक एक्सपर्ट
जब जहरीले सांप के डसने का मामला चर्चा में आया तो वन विभाग के एक टीम गांव में डेरा डाले बैठी है. साथ में NGO से स्नेक एक्सपर्ट को भी बुलाया गया है जो सांप की तलाश कर उसे पकड़ने की कोशिश में है. तभी अचानक गांव में खबर फैली कि गांव में प्रवेश करते ही एक खड़ंजे में सांप देखा गया. खबर मिलते हुए एबीपी न्यूज़ के कैमरे पर वन विभाग और एक्सपर्ट ने सर्च ऑपरेशन चलाया और 4 फुट लंबे rat snake को पकड़ लिया. हालांकि ये सांप जहरीला नहीं होता है. ये वो सांप नहीं है जो पिछले एक हफ्ते से इस गांव में दहशत फैला रखी है.


सांप से सावधान और सांप काटने कि स्थिति में क्या करें और ना क्या ना करें जैसे पोस्टर सदरपुर गांव के हर घर की चौखट पर लगाया गया है. इसमें लिखा है कि अगर सांप काटता है तो मरीज को घबराना नहीं है, धीरज से काम लेना है. जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना है, ताकि एंटी वेनम लग सके. कई घरों के बाहर वन विभाग की ओर से पोस्टर चस्पा किए गए


पिछले 6 दिन से चल रहे सर्च ऑपरेशन के बाद भी अबतक वन विभाग के हाथ खाली हैं, सांप नहीं पकड़ा जा सका है. तो अब गांव वाले भी टोटकों में यकीन रखने लगे है. गांव में हर घर की दीवार पर लाल रंग की स्याही से सांप की कलाकृति बनाई गई है. इस मान्यता के साथ जिस घर के बाहर ये सांप की कलाकृति रहेगी उस घर में सांप नहीं आएगा.


वन विभाग की टीम गांव मे कर रही कैंप
बीते सोमवार से कई घंटों तक चले सर्च अभियान के बावजूद सांप को पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई. वन विभाग की टीम गांव में ही कैंप कर रही है. गढ़ मुक्तेश्वर रेंज के उप क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया कि सांप दिखे तब तो पकड़ें. अभी हमारे पास जो भी उपकरण है उससे हम कोशिश कर रहें हैं कि सांप को पकड़ा जा सके. ये सांप तो काला करात ही लग रहा है. लेकिन कब तक पकड़ लेंगे ये नहीं बता सकते. 


सांप के डसने का खौफ अब गांव में ऐसा है कि माताएं अपने बच्चों को गांव से बाहर भेजने को मजबूर हैं. आंखों में आंसू लिए ये माताएं एबीपी न्यूज से कहती हैं कि जो दो बच्चे मरे वो भी तो हमारे ही बच्चे थे. अब हमें अपने बच्चों को भी अपने से अलग रखना पड़ रहा है. कुछ महिलाएं तो इतनी खौफजदा है कि अपने मुंह से सांप शब्द भी बोलने से कतरा रहीं हैं.


सांप की दहशत से पलायन कर रहे ग्रामीण
सांप की दहशत के चलते पूरा गांव रात में एक जगह इकट्ठा होकर सोता है. गांव के लोग दहशत में हैं और पलायन करने को मजबूर हैं. सांप के खौफ से ग्रामीण घरों के बाहर सामूहिक रूप से खुले में सोने के लिए मजबूर हैं. 5 लोगों को डस चुके इस सांप की इतनी दहशत है कि लोग लाठी-डंडे लेकर पुलिस के साथ रात भर गश्त कर रहे हैं.


एक ही परिवार के तीन सदस्यों को डसने के बाद सांप ने अगली रात को गांव में प्रवेश नाम का युवक जो अपने घर में सो रहा था को करीब 3 बजे डस लिया. इसके बाद उसे मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया था. जहां उसके एंटी वेनम डोज लगाई गई. जिसके बाद उसकी हालत में सुधार तो है लेकिन सेहत अभी भी बिगड़ी हुई है. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में प्रवेश ने कान के नीचे वो निशान भी दिखाया जहां उसे सांप ने डसा था. प्रवेश ने कहा कि अभी भी उसे बुखार और चक्कर आते हैं. 4 दिन से सोया नहीं हूं क्योंकि हर वक्त सांप की शक्ल सामने आ जाती है.


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