देहरादून, एजेंसी। पहाड़ों की रानी मसूरी तथा उसके आसपास धनोल्टी और सरोवर नगरी नैनीताल के चारों ओर पहाडियों सहित अन्य ऊंचाई वाले कई स्थानों में साल का पहला हिमपात हुआ जिससे पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया है। केदारनाथ, बदरीनाथ, औली, यमुनोत्री, गंगोत्री, हर्षिल तथा अन्य उंचाई वाले स्थानों पर जबरदस्त बर्फवारी होने तथा निचले इलाकों में बारिश होने से शीतलहर जैसे हालात बन गये हैं। राजधानी देहरादून में शनिवार को बारिश के बाद रविवार सुबह धूप निकली लेकिन जल्द ही बादलों ने सूरज को ढक लिया।


मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिन तक पश्चिमी विक्षोभ के चलते इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना व्यक्त की गयी है। मौसम के पूर्वानुमान में कहा गया है कि छह से लेकर नौ जनवरी तक पूरे प्रदेश में बर्फवारी और बारिश होने की संभावना है। छह, सात और आठ जनवरी को उत्तराखंड में उंचाई वाले स्थानों पर बर्फवारी और निचले इलाकों में बारिश के साथ छिटपुट स्थानों विशेष रूप से देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर, पौडी और नैनीताल जिलों में ओलावृष्टि की संभावना भी व्यक्त की गयी है। इससे प्रदेश में शीत दिवस या अतिशीत दिवस जैसी दशायें बन सकती हैं।


आठ जनवरी को 2500 मीटर या उससे अधिक उंचाई वाले स्थानों पर भारी बर्फवारी की संभावना व्यक्त की गयी है जिससे नौ जनवरी को शीत दिवस की दशाएं बनी रहेंगी।


मौसम विभाग ने राज्य सरकार के अधिकारियों को छह से लेकर नौ जनवरी तक प्रदेश में बर्फवारी, ओलावृष्टि तथा बारिश के अनुमान के मददेनजर परामर्श जारी करते हुए उन्हें सतर्क रहने को कहा है। मौसम विभाग ने अधिकारियों से बर्फ से प्रभावित इलाकों की सडकें जनवरी तक साफ करने को कहा है जिससे पहाडों में रहने वाली जनता और पर्यटकों को आवागमन में परेशानी न हो ।