(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बरेली: पास के लिये डीएम दफ्तर पर उमड़ी भीड़....सोशल डिस्टेंसिंग की नहीं बस घर जाने की चाह
बरेली में कई ऐसे मजदूर हैं जो लॉक डाउन के चलते शहर में फंस गये हैं। लेकिन अब उनके पास राशन-पैसे खत्म हो गये हैं। वे अपने घरों को लौटना चाहते हैं। इसके लिये सैकड़ों लोग जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंच गये
बरेली, एबीपी गंगा। लॉक डाउन के दिन जैसे जैसे बढ़ते जा रहे हैं, लोगों की परेशानियां भी बढ़ती ही जा रही हैं। देश भर में तमाम ऐसे लोग हैं जो लॉक डाउन की वजह से फंसे हुए हैं। ऐसे लोग पास के लिये अब अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। बरेली के डीएम कार्यालय के बाहर ऐसे ही सैकड़ों लोगों की भीड़ देखने को मिली। जहां लंबी लाइन में लोग लगे हुए थे। तो वही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखी।
डीएम कार्यालय के बाहर लगी लंबी लंबी लाइन और फैली हुई अव्यवस्था का ये नजारा बरेली का है। जहां पर सैकड़ों लोग परमिशन लेने के लिए आये हुए हैं। डीएम कार्यालय में परमीशन लेने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहां जैसे ही मजिस्ट्रेट अरुनमनी त्रिपाठी पहुंचे तो परेशान लोगों ने उन्हें घेर लिया। ये वो लोग हैं जो लॉक डाउन की वजह से फंस गए हैं, और अब अपने घर जाने के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं। वहीं जब मजिस्ट्रेट अरुनमनी त्रिपाठी ने अपने आप को घिरा देखा तो पुलिस ने उन्हें किसी तरह पब्लिक के बीच से निकालकर कार्यालय पहुंचाया। जब एबीपी संवाददाता अनूप मिश्रा ने उनसे पूछा कि यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है तो उनका कहना था इसके लिए हम क्या कर सकते हैं, ये तो लोगों को खुद समझना चाहिए।
वहीं लाइन में लगे लोगों का कहना है कि वो बहुत परेशान हैं। तमाम लोग बिहार, उत्तराखंड या देश के अन्य राज्यों के हैं जो अब अपने घर जाना चाहते हैं। उनका कहना है कि उनके पास पैसे भी नहीं हैं और खाने पीने तक की दिक्कत हो रही है। बिहार के एक मजदूर का कहना है कि वो कई बार परमीशन के लिए आ चुका है लेकिन उसे पास नहीं मिल रहा है। उसके पास अब रुपये भी नहीं बचे हैं। वहीं एक सरदार जी भी काफी परेशान थे और उनका कहना था वो आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं लेकिन अधिकारी उनकी नहीं सुन रहे हैं। वहीं डीएम कार्यालय आयी एक महिला ने बताया कि उनके बेटे का केजीएमयू में सलेक्शन हो गया है और उसको वहां जॉइन करने जाना है। अगर वो समय पर नहीं जा पाया तो उसकी सीट कैंसिल हो जाएगी। वहीं एक महिला का कहना है की उनकी बेटी दिल्ली में है और वो बरेली में एक रिश्तेदारी में आई थी लेकिन लॉक डाउन की वजह से फंस गई।
वहीं इस मामले में मजिस्ट्रेट अरुनमनी त्रिपाठी का कहना है कि अब केवल ऑनलाइन ही परमीशन दी जा रही है। फिर भी लोग ऑफिस आ रहे हैं। उनका कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन खुद जनता को करना होगा।