प्रयागराज में सड़कों पर उड़ीं सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, बसों में भी एक सीट पर बिठाए गए तीन -तीन छात्र
यूपी की योगी सरकार के निर्देश के बाद प्रयागराज से छात्रों को अपने घर पहुंचाया जा रहा है। लेकिन इस बीच सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उड़ती नजी आईं
प्रयागराज, एबीपी गंगा। लॉक डाउन में संगम नगरी प्रयागराज में फंसे बाहरी छात्रों को उनके घर वापस भेजे जाने का सिलसिला आज लगातार तीसरे दिन भी जारी है। आज पहली पाली में दूसरे चरण के सत्ताइस ज़िलों के स्टूडेंट्स को भेजा जा रहा है तो शाम को दूसरी पाली में तीसरे चरण के उनतीस जिलों के छात्र -छात्राओं को भेजा जाएगा। आज तीसरे दिन शहर में बनाए गए अस्थाई बस अड्डों व सड़कों पर स्टूडेंट्स की भारी भीड़ उमड़ी हुई है, लेकिन आज हर जगह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नज़र आ रही हैं। सभी प्वाइंट्स पर स्टूडेंट्स एक दूसरे से सटकर खड़े हुए हैं। हरेक जगह मेले सरीखा माहौल है। कोई भी अधिकारी या पुलिसकर्मी छात्रों की भीड़ को दूर करता भी नज़र नहीं आ रहा है। शुरुआती दो दिनों में बसों की सीट पर सिर्फ एक एक छात्र को ही बैठने की इजाज़त थी, लेकिन आज सीटों पर दो से तीन लोग बैठे दिखाई दे रहे हैं।
उमस भरी गर्मी और आसमान से बरस रही आग के बावजूद किसी भी जगह स्टूडेंट्स की भीड़ को पानी देने का भी कोई इंतजाम नहीं है। साफ़ तौर पर कहा जा सकता है कि सीएम योगी ने परेशान छात्रों को उनके घर भेजे जाने का जो कदम उठाया, अधिकारी उस पर बेमन से काम करते हुए सिर्फ रस्म अदायगी कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर सरकारी अमला बेपरवाह बना हुआ है।
हालांकि तमाम मुश्किलों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने के बावजूद स्टूडेंट्स में घर जाने की होड़ मची हुई है। वह किसी भी कीमत पर घर जाने के लिए बेताब नज़र आ रहे हैं। प्रयागराज में शुरुआती दो दिनों में 270 बसों से साढ़े सात हज़ार से ज़्यादा छात्रों को उनके घर भेजा गया है। आज यह संख्या बढ़कर पंद्रह हज़ार के पार जा सकती है।