अयोध्या: धन्नीपुर मस्जिद का सांकेतिक शिलान्यास हुआ, स्वायल टेस्टिंग का काम भी शुरू
अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के लिए मंगलवार सुबह साढ़े 8 बजे इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सदस्यों ने सांकेतिक शिलान्यास के बाद झंडारोहण किया.
अयोध्या. धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का सांकेतिक शिलान्यास मंगलवार सुबह कर दिया गया है. इसी के साथ ही इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (आईआईसीएफ) की तरफ से यहां बनने वाली मस्जिद की स्वायल टेस्टिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है. फाउंडेशन की तरफ से स्वायल टेस्टिंग का काम लखनऊ की गुंजन स्वायल कंपनी द्वारा किया जा रहा है. कंपनी के सुपरवाइजर और वर्कर धन्नीपुर स्थित मस्जिद की भूमि पर पहुंच गए हैं और उन्होंने अपना कार्य शुरू कर दिया है.
कंपनी के कर्मचारियों के अनुसार, जमीन की सतह से 20 मीटर गहराई तक की भूमि की टेस्टिंग की जाएगी. यह प्रक्रिया ऊपर से नीचे तक अलग-अलग क्रम में होगी, इसीलिए मिट्टी की टेस्टिंग प्रक्रिया में 3 दिन का समय लगेगा. सोमवार को पहुंचे कंपनी के कर्मचारियों ने मिट्टी का सैंपल लेना शुरू कर दिया है. स्वायल टेस्टिंग की रिपोर्ट आने और अयोध्या विकास प्राधिकरण से मस्जिद का नक्शा पास होने के बाद मस्जिद का कार्य शुरू किया जाएगा. सूत्रों की माने तो फरवरी के अंत तक मस्जिद के निर्माण कार्य की शुरुआत हो जाएगी. गुंजन स्वायल लैब में सैंपल की जांच होगी. इसकी रिपोर्ट 15 दिन में आ जाएगी.
ध्वजारोहण के बाद कार्यक्रम वृक्षारोपण मंगलवार सुबह साढ़े 8 बजे मस्जिद की भूमि पर इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सदस्यों ने सांकेतिक शिलान्यास के बाद झंडारोहण किया. झंडारोहण के बाद वृक्षारोपण कार्यक्रम होगा. इसमें ट्रस्ट के सभी नौ ट्रस्टी एक-एक फलदार और छायादार पौधे लगाएंगे, जबकि पर्यावरण के संरक्षण के मद्देनजर मस्जिद के लिए मिली भूमि पर अमेजन, ऑस्ट्रेलिया समेत विश्व के अन्य स्थानों से लाकर ऑक्सीजन देने वाले पेड़ पौधों को लगाया जाएगा.
मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन बता दें कि उत्तर प्रदेश में अयोध्या के बहुचर्चित मंदिर मस्जिद विवाद पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि परिसर को हिंदू पक्ष और मस्जिद के लिए 5 एकड़ भूमि अयोध्या परिक्षेत्र में देने को कहा था जिसके बाद यूपी सरकार ने अयोध्या जनपद के धन्नीपुर क्षेत्र में मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन मुस्लिम पक्ष को दी थी. राम मंदिर निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया गया था, जबकि मस्जिद निर्माण के लिए मुस्लिम पक्ष ने इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट का गठन किया था. जिसमें अभी 9 सदस्य हैं.
मस्जिद की भूमि में क्या-क्या बनेगा धन्नीपुर में मुस्लिम पक्ष को मिली जमीन में इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन एक भव्य मस्जिद का निर्माण तो करेगा ही, इसी के साथ वहां पर 200 बेड का सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण भी किया जाएगा. एक बड़ा म्यूजियम भी बनेगा और एक लाइब्रेरी भी स्थापित की जाएगी. यही नहीं एक इस्लामिक रिसर्च सेंटर भी बनाया जाएगा. इसके अलावा एक ऐसा कम्युनिटी किचन भी बनाया जाएगा जिसके जरिए 1000 लोगों को रोज फ्री खाना उपलब्ध कराया जा सके.
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