रायबरेली: जहां एक तरफ प्रदेश के मुखिया अपराध व अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए हर तरह के प्रयास कर रही है. वहीं, अराजकतत्वों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि सरकारी अधिकारी भी इससे अछूते नहीं हैं. मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के फील्ड हॉस्टल का है. जहां जिला विद्यालय निरीक्षक के आवास पर कुछ अराजक तत्वों ने अभद्रता करते हुए दरवाजे पर तोड़-फोड़ करने की कोशिश की. मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है.


देर रात तोड़ फोड़ की कोशिश


चंद्र शेखर मालवीय रायबरेली में जिला विद्यालय निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं. शुक्रवार की रात को कुछ अराजकतत्व चंद्रशेखर के आवास पर पहुंचे और दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया. पूछने पर कि कौन है? जिला विद्यालय निरीक्षक के लिए अराजकतत्वों ने अभद्र शब्दों का जमकर इस्तेमाल किया. इसी बीच चंद्रशेखर ने पुलिस को सूचना दी तो तत्काल मौके पर क्षेत्राधिकारी नगर डॉ अंजनी कुमार चतुर्वेदी व शहर कोतवाल अतुल सिंह मौके पर पहुंचे. तब तक अराजकतत्व मौके से फरार हो चुके थे.


जान का खतरा बताया


जिला विद्यालय निरीक्षक चंद्रशेखर मालवीय ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया और अज्ञात लोगों खिलाफ कार्रवाई की मांग की. साथ ही अपनी जान का खतरा बताते हुए पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार से सुरक्षा कर्मी तैनात करने की मांग की.


जिला विद्यालय निरीक्षक के अनुसार हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है लेकिन बीते दिन ऐहार इंटर कालेज के प्रबंध समिति का चुनाव होना है. जिसमे विवाद होने की स्थिति में मैंने संयुक्त शिक्षा निदेशक, षष्ट मंडल, लखनऊ को अग्रिम मार्गदर्शन के लिए पत्र लिखा है. इससे प्रभावित होने वाले लोग ही हमला करा सकते हैं. फिलहाल पुलिस जांच में जुट गई है.


मालवीय पर विवाद के कई आरोप


जिला विद्यालय निरीक्षक पर हमले का मामला चर्चा का विषय बना है. लोग तरह तरह की चर्चाएं कर रहे हैं. कुछ लोग जिला विद्यालय निरीक्षक पर उंगली उठा रहे हैं तो कुछ अन्य पर. इसके पहले भी जिला विद्यालय निरीक्षक चंद्र शेखर मालवीय पर विवाद के कई आरोप लग चुके हैं. फिलहाल इस नई घटना का पुलिस बारीकी से जांच कर रही है.


अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव के अनुसार, जिला विद्यालय निरीक्षक चंद्र शेखर मालवीय ने एक प्रार्थना पत्र दिया है, जिसमे अज्ञात लोगों द्वारा हमले की बात कही गयी है. साथ ही जानमाल के खतरे को देखते हुए सुरक्षाकर्मी की भी मांग की है. जांच करायी जा रही है, जो सामने आएगा उस आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी.