पूर्व केंद्रीय मंत्री के बेटे ने CJI को लिखा पत्र, पिता की 'अवैध हिरासत' खत्म करने का अनुरोध
कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय प्रदीप जैन के बेटे ने यूपी पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनके पिता को घर पर नजरबंद कर दिया गया है और उन्हें मूलभूत अधिकारों से वंचित कर दिया गया है.
झांसी: पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के पुत्र गौरव जैन ने सोमवार को भारत के प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिख कर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अपने पिता सहित कांग्रेस के अन्य नेताओं का उत्पीड़न रोकने की मांग की है. उन्होंने न्यायमूर्ति से मामले का स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया है.
प्रदीप जैन ने घर पर ही आमरण अनशन शुरू किया
प्रधान न्यायाधीश शरद अरविंद बोबड़े को पत्र लिखकर गौरव जैन ने कहा है, 'पिछले चार दिनों से पुलिस ने उनके पिता को घर पर नजरबंद किया है. इस रवैये से क्षुब्ध होकर उनके पिता ने रविवार से घर में आमरण अनशन शुरू कर दिया है.' जैन ने कहा कि कांग्रेस की गाय बचाओ- किसान बचाओ पदयात्रा में शामिल होने से रोकने के लिए पिछले चार दिनों से पुलिस ने पार्टी के कई नेताओं को नजरबंद किया है. उन्होंने न्यायमूर्ति बोबड़े से उत्पीड़न की जांच कराने एवं न्याय की मांग की है.
बेटे ने लगाया आरोप-चार दिनों से घर पर नजरबंद
उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पिता को पिछले चार दिनों से घर में नजरबंद रखा गया है और उन्हें पूजा-अर्चना के लिए भी बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रशासन द्वारा जानबूझकर उनके पिता को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'मेरे पिता को मूलभूत अधिकारों से वंचित किया जा रहा है और अघोषित आपात काल जैसी स्थिति बना दी गई है.'
जैन ने पत्र में प्रधान न्यायाधीश से अपने पिता के मूलभूत अधिकारों का हनन होने से रोकने के लिए जांच करने और उन्हें नजरबंदी से तत्काल रिहा करने का आदेश देने का अनुरोध किया है.
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