(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sonbhadra: हेल्थ सेंटर के डॉक्टर नहीं कर पाए इलाज, गर्भवती महिला की बीच सड़क करानी पड़ गई डिलीवरी
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर एक महिला की डिलीवरी तक नहीं कराई गई. यहां के डॉक्टर ने अपने हाथ खड़े कर दिए.
UP News: सोनभद्र (Sonbhadra) में एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman) को जिला अस्पताल ले जाने के दौरान ही लेबर पेन शुरू हो गया जिसके कारण सड़क किनारे ही प्रसव कराना पड़ गया. जुगैल गांव की रहने वाले रमेश अपनी पत्नी बुधनी को लेकर चोपन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center) ले गए लेकिन उन्हें खून की कमी बताकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था लेकिन अस्पताल जाने के क्रम में ही बुधनी को तेज दर्द होने लगा.
अस्पताल से चंद कदम की दूरी पर हुई डिलीवरी
नीति आयोग ने देश के 112 आकांक्षी जिलों की सूची में सोनभद्र को शामिल किया गया है, जिसके तहत स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए काम किया जा रहा है. इसके बावजूद भी स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत खराब है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्त्री रोग विशेषज्ञ ने बुधनी की जांच कर उसे रेफर कर दिया लेकिन उसका दर्द इतना बढ़ गया कि बीच रास्ते मां को प्रसव कराना पड़ा. बुधनी के पति रमेश ने बताया कि जहां प्रसव कराया गया वह अस्पताल से महज चंद कदम की दूरी पर ही था. मां और बच्चे दोनों की हालत ठीक है.
जिले के सीएमओ ने दी यह जानकारी
इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि चोपन सीएचसी पर रविवार को दोपहर में एक गर्भवती महिला को लेकर लोग आए थे, जिसका प्राथमिक उपचार किया गया लेकिन खून की कमी होने के कारण उसे बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एम्बुलेंस भी दी गई लेकिन प्रसव पीड़िता के परिजन अपनी ही गाड़ी से उसे जिला अस्पताल ले गए. लेकिन वे लोग अपने घर जाने वाले रास्ते पर सड़क किनारे ही प्रसव कराने लगे. जिसकी सत्यता जांचने के लिए एक जांच कमेटी बनाई है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें -
Mau News: पत्नी ने लंबी उम्र के लिए किया छठ, पूजा के बाद ही पति ने कर ली आत्महत्या