Sonebhadra News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आते ही गौ हत्या को बंद पर प्रदेश में पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया. सडक पर घूम रहे पशुओं को लेकर विपक्ष भी कभी हमलावर रहता है. छुट्टा पशुओं के हमले से कई पशुओं की मौत भी हो जाती है. इसके लिए मुख्यमंत्री योगी ने प्रत्येक जिले में गौशाला निर्माण कराकर पशुओं को रखने व देखभाल करने का आदेश दिया . लेकिन जिले के गौशालाओं की हालत कुछ नजर आई है. गौशाला कि पड़ताल करने पर चौंकाने वाले बात सामने आई.
       
दरअसल यह पूरा मामला सोनभद्र का है जहां एक ओर जहां सीएम योगी गौ सेवा व गायों की स्थिति सुधारने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं, तो वहीं जिम्मेदार उनके मंसूबों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं. जिले में 8 गौशाला संचालित है, जिसमें 2241 पशुओं को रखा गया. जिसके लिए सरकार 50 रुपये देती है. पशुओं को सरकार कि तरफ से मिलने वाली कुल राशि कि बात कि जाए तो प्रत्येक दिन 1 लाख 12 हजार रुपये, महीने का 33 लाख 61 हजार रुपये, तो साल का 4 करोड़ 3 लाख 8 हजार रुपये कि बड़ी राशि देती है. लेकिन पशुओं के स्वास्थ्य व हालत बद से बतर है.


प्रतिदिन तीन चार पशुओं की होती हैं यहां मौत
सोनभद्र जिले के विकासखंड चतरा के मऊ कला धर्मदासपुर गांव में पशुओं की दुर्दशा का मामला सामने आया है. जहां एक गाय मरन्नासान पर पड़ी मिलीं. मौके पर एक केयरटेकर ने बताया कि सुबह पशु कंपाउंडर आए थे. इलाज कर के गए है. पशु डॉक्टर या कम्पाउंडर तीन चार दिन में आते है. केयरटेकर ने बताया कि पशुओं को देने वाला भूसे में मिट्टी है, जो पशु नहीं खाते हैं. 370 पशुओं के बीच केवल चार बोरी पशु आहार दिया जाता है. इससे पशुओं का भोजन पूरा नहीं हो पाता है. इसलिए उनका स्वस्थ ठीक नहीं है. पशुओं को सूखा भूसा ही दिया जाता है. यहाँ पर प्रतिदिन तीन चार पशु की मौत होती है. 


सरकार एक पशु पर देती है केवल 50 रुपये
अगर आंकड़ों पर गौर करें तों एक गौशाला में प्रति दिन तीन से चार पशुओं की मौत होती है तो महीने का लगभग 120 पशु और साल का देखे तो औसतन 1440 पशुओं की मौत होती है. केयर टेकर के मुताबिक एक पशु पर 50 रुपये ही मिलता है. जिसमे उसका देखभाल करना पडता है. अगर देखा जाए तों इस महुकलां धर्मदासपुर गौशाला में 370 पशुओं अभी है. इनपर 50 रुपये सरकार देती है. पशु को चारा पानी व अन्य सुविधाओं के आभाव में दम तोड़ दे रही है. लेकिन गौशाला के बनाये गए नोडल, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव सभी गौशाला को भ्र्ष्टाचार कि भेंट चढ़ा दे रहे है.


क्या बोले मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सुरेश पाण्डेय 
जिले के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सुरेश पाण्डेय ने बताया कि जिले में 8 गौशाला संचालित है जिसमे 2241 छुट्टा पशुओं को रखा गया है . प्रत्येक पशुओं पर 50 रुपये सरकार से मिलता है. पशुओं के स्वास्थ्य पर पूछने पर बताया कि पिछले साल केवल भूसे का टेंडर हुआ था इस लिए खुराक काम होने से स्वास्थ्य खराब है. डॉक्टरों की रूटीन ड्यूटी लगाई गयी है. जिले में पशुओं के मरने कि संख्या काम है.


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