Sonbhadra Viral Video: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम औरव स्वास्थ्य मंत्री जगह-जगह अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर पाई जा रही खामियों पर कार्यवाही कर रहे हैं. लेकिन बृजेश पाठक की कार्यवाही का कोई भी असर सोनभद्र में देखने को नहीं मिल रहा है. सोनभद्र में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी निरंकुश हो गए हैं. ताजा उदाहरण मोबाइल की रोशनी के सहारे डिलीवरी कराने का वायरल वीडियो है. मामला चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. 2 दिन पूर्व शाम को प्रसव के लिए महिला पहुंची.
मोबाइल की रोशनी में डिलीवरी का वीडियो वायरल
स्वास्थ्य कर्मियों ने महिला का प्रसव मोबाइल की रोशनी में करा दिया. हालांकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बिजली, जनरेटर, इनवर्टर की सुविधा उपलब्ध है बावजूद इसके स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ अस्पताल में भर्ती मरीजों को नहीं मिल पा रहा है. मोबाइल की रोशनी में प्रसव मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य कर्मियों का बचाव करते दिखे. उन्होंने बताया कि इमरजेंसी होने के कारण तत्काल जनरेटर नहीं चलाया जा सका. हालांकि उन्होंने कहा कि एक टीम बनाकर मामले की जांच कराई जा रही है. सोशल मीडिया पर दो दिन पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. प्रसव कराने आई महिला के परिजन अस्पताल की बदहाली का वीडियो बनाकर वायरल कर देते हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कर्मियों का किया बचाव
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि मोबाइल की रोशनी में महिला का प्रसव कराया गया और प्रसव के बाद वार्ड में शिफ्ट करने के बाद भी मोबाइल जलाकर उजाला किया गया था. महिला ने भी बताया कि प्रसव के दौरान बिजली नहीं थी और मोबाइल की रोशनी में प्रसव कराया गया. उसने आगे कहा कि वार्ड में शिफ्ट होने के बाद भी मोबाइल जलाकर प्रकाश किया गया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर सीएचसी के प्रभारी निरीक्षक से बात की है. प्रभारी निरीक्षक से जानकारी मिली कि प्रसव कराए जाने के दौरान बिजली कट गई और इमरजेंसी का वक्त होने के कारण मोबाइल की रोशनी में प्रसव कराना पड़ा. हालांकि उन्होंने ये भी बताया कि दो मिनट बाद जनरेटर चालू हो गया. जनरेटर चालू होने से अंधेरा उजाले में बदल गया. वायरल वीडियो में महिला के प्रसव से लेकर और वार्ड में शिफ्ट किए जाने तक अंधेरा ही अंधेरा दिखाई दे रहा है.