Sonbhadra News: डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने सोनभद्र (Sonbhadra) में स्वास्थ्य विभाग में फैले भ्र्ष्टाचार और जिला अस्पताल (District Hospital) में अव्यवस्था के जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई थी. साथ ही सोनभद्र के सीएमओ को सस्पेंड कर दिया था. उन्होंने जिला अस्पताल की दुर्दशा पर डीएम को सख्त निर्देश देते हुए कड़ी निगरानी के आदेश दिए थे लेकिन यहां अधिकारी बेलगाम नजर आ रहे हैं. मंत्री के जाते ही यथास्थिति बरकरार हो गई है. 


दरअसल, जिला अस्पताल में पांच दिनों से सीटी स्कैन मशीन खराब पड़ी है जिसकी वजह से सिटी स्कैन का काम ठप हो गया है. ऐसे में सीटी स्कैन के लिए आने वाले मरीज भटक रहे हैं. उन्हें महंगे दामों पर बाजार में सीटी स्कैन कराना पड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की उदासीनता से जिला अस्पताल में मरीजों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही. एक ओर जहां अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के न होने के कारण चार महीने से अल्ट्रासाउंड की सेवा ठप है तो दूसरी ओर पीपीपी मॉडल पर संचालित सीटी स्कैन सेवा भी बंद हो गई है. करीब पांच दिनों से मशीन खराब पड़ी है.


सीटी स्कैन मशीन खराब होने से मरीजों को होना पड़ रहा है निराश
स्वास्थ्य कर्मियों के मुताबिक सीटी स्कैन मशीन में आई तकनीकी गड़बड़ी को सुधारने के लिए शुक्रवार को एक टेक्निशियन भी बुलाया गया था लेकिन मगर मशीन ठीक नहीं हो सकी. ऐसे में मरीजों के सामने जांच का संकट खड़ा हो गया है. जिला अस्पताल में रोजाना औसतन 500 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं. करीब 40 से 60 मरीजों को चिकित्सकों की ओर से सीटी स्कैन की सलाह दी जाती है. जिले के दुरूह इलाकों से लंबी दूरी तय कर जिला अस्पताल पहुंचने वालों को पांच दिन से निराश होकर लौटना पड़ रहा है. वहीं कई ऐसे गंभीर मरीज भी हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में नि:शुल्क होने वाले सीटी स्कैन के लिए निजी सेंटरों पर डेढ़ से ढाई हजार रुपये खर्च करना पड़ रहा है.


जापान से लाया जाना है मशीन का एक हिस्सा
स्वास्थ्य कर्मी मनोज कुमार के मुताबिक मशीन का एक पार्ट खराब हो गया है जो जापान से आना है. अगले 12 से 15 दिनों में उसके आने की उम्मीद है. ऐेसे में अभी मशीन के ठीक होने की तत्काल कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है. ऐसे में निशुल्क सीटी स्कैन के लिए अभी इंतजार करना होगा. जिन मरीजों को ज्यादा जरूरत होती है उन्हें हमारे ही संस्थान बनारस के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भेजा जाता है.  वहीं जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. अश्वनी कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल में पीपीपी मॉडल पर सीटी स्कैन मशीन लगी है. कुछ दिनों पहले इस मशीन में तकनीकी खराबी आ गई है. सीटी स्कैन सेंटर प्रभारी से बातचीत कर इसके जल्द ठीक कराने का निर्देश दिया गया है.


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