Sonbhadra Crime News: यूपी के सोनभद्र जिले के दुद्धी थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग छात्रा ने मंगलवार की देर बनारस स्थित बीएचयू अस्पताल में दम तोड़ दिया. पीड़िता 20 दिनो से अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूलती रही अंत में वो जिंदगी की जंग हार गई. वही दुष्कर्म के दोषी को अबतक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है. नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म का आरोपी मुकदमा दर्ज होने के बाद से वह फरार चल रहा है. पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन कर दिया है.


 मामले में मृतक नाबालिक छात्रा के मां और बुआ ने बताया कि मेरी 14 वर्षीय पुत्री उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ती थी वह वही आठवीं की छात्र थी. उसी विद्यालय में अनुदेशक पद पर कार्यरत शिक्षक मेरी पुत्री को खेल कूद में हिस्सा लेने 30 दिसंबर को बुलाकर अपने घर ले गया. इस दौरान अपने कमरे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया फिर उसे घोरावल में आयोजित दो दिवसीय खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए ले गया. 


बीएचयू में इलाज के दौरान लड़की की मौत
इस घटना के बारे में लोक लाज के डर से हमारी लड़की ने घर पर कुछ नहीं बताया. धीरे धीरे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी हम लोग कई जगह उसका इलाज कराए पर उससे कोई फायदा नहीं हुआ. इसी बीच लड़की को छत्तीसगढ़ रिश्तेदारी में भेज दिए. वहां भी उसका इलाज हुआ पर स्थिति जस के तस बना रहा. इसके बाद लड़की ने अपने बुआ को इस घटना के बारे में बताया. तभी लड़की की तबीयत अचानक और बिगड़ गई और इसे वाराणसी के बीएचयू में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.


उधर इस घटना में आरोपित अनुदेशक ने मामले को दबाने तथा मामले को रखा दफा करने के लिए 30 हजार रुपए नाबालिक छात्रा के परिजनों को दिए थे. लोक लाज के डर से परिजन शांत रहे. परंतु छात्रा की हालत बिगड़ा देख पिता ने दुद्धी कोतवाली में घटना की तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत कराया. पुलिस के अनुसार परिजनों ने 10 जुलाई को तहरीर दी थी. जिसके बाद आरोपी विशंभर जो बलिया का निवासी है. उक्त के ऊपर पॉक्सो व दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज है. 


क्या बोले थाना प्रभारी मनोज सिंह
दुद्धी थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया की 8 वीं की छात्रा थी. दिसंबर 2023 में लड़की को विद्यालय के अनुदेशक शिक्षक ने खेलकूद के बहाने बुला कर उसके साथ रेप किया. लड़की की तबियत खराब हुयी कई दिनों तक इलाज कराया गया. यह बात गांव वालों को पता चली इस बात की जानकारी कप्तान साहब को हुई. उन्होंने हमें बताया हमने जांच किया तो मामला सही निकला परिजनों को बुलाया गया. वह लोग गांव में नहीं थे. छत्तीसगढ़ में इलाज करा रहे थे. उनको बुलाया गया. उनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया.


लड़की को जिलाधिकारी अस्पताल रेफर कर दिया गया. जहां 15 दिन इलाज चला डॉक्टरों ने BHU रेफर कर दिया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. आरोपी अभी पकड़ा नहीं गया हैं. क्योंकि परिजनों ने केवल नाम दिया था. स्कूल के रिकॉर्ड से पता किया गया तो पता बिल्ली मारकुंडी थाना ओबरा का निकला जब पता किया गया तो वह भी फर्जी निकला. किसी तरह से पता ढूढ़ा गया तो उसका पता बलिया जिले का निकला पता को तस्दीक कर लिया गया हैं. उसके गिरफ़्तारी के लिए NBW व धारा 82/83 की कार्रवाई की जायेगी.


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