UP Election 2022: सोनभद्र के कई गांव में आज भी नहीं है मोबाइल नेटवर्क की सुविधा, जानें- ग्रामीणों ने क्या कहा?
UP Elections: सोनभद्र में आज भी कई गांव मोबाइल नेटवर्क से अछूते हैं. इन गांवों मे 7 मार्च को होने वाले मतदान के लिए मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं.
UP Assembly Election 2022: सोनभद्र में आज भी कई गांव मोबाइल नेटवर्क से अछूते हैं. इन गांवों मे 7 मार्च को होने वाले मतदान के लिए मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं. यह इलाका पुर्व में अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र था. आज भी पुलिस नक्सल मूवमेंट पर प्रतिदिन कम्बिंग करती है. सबसे बड़ा सवाल है कि बगैर मोबाईल नेटवर्क के मतदान केंद्रों की सुरक्षा कैसे होगी? चुनाव से जुड़े अधिकारी कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी का जनपद मुख्यालय या अन्य चुनावी अधिकारियों से सम्पर्क कैसे होगा? जिले की चार विधानसभा के 88 मतदान केंद्रों को मोबाईल नेटवर्क विहीनकेंद्र के रुप में चिन्हित किया गया है. इन केंद्रों पर लगभग एक लाख से ज्यादा मतदाता मतदान करेंगे.
मध्य प्रदेश की सीमा से सटे और ओबरा विधानसभा क्षेत्र की एरिया में आने वाले कनहरा और जुगैल ऐसे गांव हैं जहां मोबाइल कनेक्टिविटी पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हैं. वहीं क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रदेश की बड़ी ग्राम पंचायतों में कुलडोमरी, परसोई, बेलगड़ी ग्राम पंचायत में आंशिक रूप से ही मोबाइल नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध है. कुछ यही स्थिति राबर्ट्सगंज विधानसभा और दुद्धी विधानसभा के सीमा क्षेत्र वाले गांवों की भी है. घोरावल विधानसभा ही एकमात्र विधानसभा है जहां कोई भी मतदान बूथ मोबाइल नेटवर्क से अछूता नहीं है.
ग्रामीणों का क्या कहना है?
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जुगैल थाना क्षेत्र के कई गांव ऐसे हैं जहां मोबाइल या किसी भी प्रकार का नेटवर्क नहीं रहता है. पूर्व ग्राम प्रधान खरहरा रामविलाश, स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि हम लोगों को नेटवर्क ना रहने की वजह से बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मोबाइल रखना बेकार है. यहां किसी कम्पनी का नेटवर्क नहीं रहता, जिससे कभी एम्बुलेंस या पुलिस की जरूरत होती है तो हम लोगों को सम्पर्क करने के लिए पेड़ पर या ऊंचे पहाड़ पर चढ़ना पड़ता है. कोई जनप्रतिनिधि या जिले के आला अधिकारी इस ओर ध्यान नही देते.
सहायक निर्वाचन अधिकारी ने दी ये जानकारी
सहायक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जनपद दुरूह पहाड़ों और जंगलों से घिरा इलाका है. जहां कई इलाकों में किसी भी कम्पनी का नेटवर्क नहीं काम करता है. जिले के 55 मतदान केंद्रों के 88 मतदेय स्थल हैं जहां नेटवर्क काम नहीं करता है. ऐसे इलाकों में लगभग एक लाख मतदाता इससे प्रभावित होंगे. जिलानिर्वाचन अधिकारी के आदेश पर इन इलाकों में वायरलेस सेट का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसको थानों के वायरलेस सेट से कनेन्ट किया जाएगा. वहीं हर मतदान केंद्र पर एक वायरलेस युक्त मोटरसाइकिल मौजूद रहेगी जो सेक्टर मजिस्ट्रेट से कनेक्ट रहेगी. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेगी.
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