Sonbhadra News: सोनभद्र (Sonbhadra) में सीएसआर के नाम पर भ्रष्टाचार करना कम्पनियों के लिए नई बात नही है. यहां बड़ी बात यह है कि पेट्रोलियम और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी के मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड ने सीएसआर मद से तीन तालाबों की सफाई के नाम पर लाखों रुपये का गोलमाल किया गया है.
जिले में केन्द्र और प्रदेश सरकार की विद्युत परियोजनाएं और एनसीएल समेत हिन्डाल्को और अल्ट्राटेक सीमेंट कम्पनी कारपोरेट सोशल रिस्पांबिलिटी (सीएसआर) के तहत कार्य करती है. जिसमे कम्पनी और स्थानीय प्रशासन की मिली भगत से बड़ा खेल खेला जाता है. अब केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी के निर्देश पर इंडियन ऑयल ने भी इस वित्तीय वर्ष में कार्य कराया है जो कि विवादों में आ गया.
अक्टूबर के आखिरी समय में लगा शिलापट्ट
एकमात्र नगर पालिका परिषद सोनभद्र में इंडियन ऑयल द्वारा तीन तालाबों की सफाई का कार्य सीएसआर मद से सितंबर माह में कराया जाता है, लेकिन नगर पालिका के ईओ को कानों-कान खबर तक नहीं हुई और छठ पूजा पर नगर पालिका ने भी इन तालाबों की सफाई करा दी. यहां मजेदार बात यह है कि इंडियन ऑयल ने इन तालाबों की सफाई सितंबर महीने में होना अपने शिलापट्ट पर दर्शाया लेकिन सफाई पर आए खर्च को अंकित नहीं किया गया है. इतना ही नहीं कंपनी ने यह शिलापट्ट अक्टूबर महीने के आखिरी समय यानी छठ पूजा के बाद लगाया है. इस तरह इंडियन ऑयल द्वारा इन तीनों तालाबों पर सफाई कराने का शिलापट्ट लगाकर लाखों रुपये का गोलमाल किया गया.
नगर पालिका सोनभद्र के परिक्षेत्र में स्थित इन तीनो तालाबों पर जब इंडियन ऑयल शिलापट्ट लगा रहा था, तब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया. मजदूरों के कहना था कि एक व्यक्ति ने उन्हें यह कार्य करने को कहा है जिसका वह नाम नहीं जानते है. नगर पालिका परिषद के वार्ड 16 के निवासी सर्वेश तिवारी का कहना है कि छठ पूजा के बाद कुछ लोग जोगिया वीर तालाब पर आए और पंचमुखी हनुमान मन्दिर के बाहरी दीवार पर शिलापट्ट लगाने लगे तो हम लोगो ने पूछा तो मजदूरों का कहना था कि बढ़ौली चौराहा से लोगों ने भेजा है. उनके कहने पर यह कार्य किया जा रहा है.
अधिकारी ने दिया गोलमोल जवाब
इसी तरह इंडियन ऑयल ने रामसरोवर तालाब और दीप नगर तालाब पर भी शिलापट्ट लगाया है. वहीं सीएसआर का लाखों रुपये सफाई के खर्च करने और कार्य नहीं होने के सम्बंध में इंडीयन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड के क्षेत्रीय अधिकारी शुभम सिंह ने गोलमोल जवाब यही रहा कि सफाई कराई गई है, जिसका शिलापट्ट बाद में लगाया गया है.
इस सम्बन्ध में नगर पालिका परिषद सोनभद्र के अधिशासी अधिकारी विजय कुमार यादव का कहना था कि इंडियन ऑयल द्वारा जिन तालाबों की सफाई का काम सीएसआर के तहत कराया जाना दिखाया जा रहा है. उसके सम्बन्ध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है क्योंकि इंडियन ऑयल ने नगर पालिका से कोई एनओसी नहीं लिया है. जबकि नगर पालिका द्वारा अक्टूबर माह में छठ पूजा के समय इन तालाबों की साफ-सफाई कराई गई है. ऐसे में इंडियन ऑयल ने सफाई कराई होती तो नगर पालिका क्यों कराती. वही इस सम्बंध में जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने कहा कि इंडियन ऑयल सीएसआर के द्वारा सोनभद्र नगर पालिका क्षेत्र में तीन तालाबों की सफाई कराना बताया जा रहा है, इसकी जांच कराई जाएगी.
यह भी पढ़ें:-