यूपी के इस मदरसे में पाकिस्तान से होती थी फंडिग, जांच में दावत-ए-इस्लामी कनेक्शन आया सामने
UP News: सोनभद्र के मदरसों का पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी से संबंध पाया गया है. मदरसों में दीनी तालीम के लिए फंडिंग की बात सामने आई है. इस जानकारी को सदर विधायक ने सीएम योगी को देने की बात कही.
Sonbhadra News: सोनभद्र के मदरसों से पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी से कनेक्शन निकला है. यहां चल रही जांच में सोनभद्र के मदरसों में दीनी तालीम के लिए फंडिंग करने की बात सामने आई है. पाकिस्तानी संस्था दावत-ए-इस्लामी की गतिविधियों पर जिला प्रशासन का नरम रवैया है. जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा ने रॉबर्ट्सगंज क्षेत्र के दो मदरसों पर छानबीन की. इन दो मदरसों का दावत-ए-इस्लामी से कनेक्शन सामने आया था. इस दौरान संस्था से कनेक्शन की पुष्टि भी हो गई मदरसों को संचालित करने के लिए दावत-ए-इस्लामी संस्था फंडिंग करता है.
मदरसों में दीनी तालीम दी जा रही है जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने मदरसा संचालकों को सभी अभिलेखों सहित कार्यालय में उपस्थित होने के आदेश दिए हैं रॉबर्ट्सगंज मदरसे में एक बच्चे की अप्रकृतिक दुष्कर्म के बाद ह्त्या कर उसके शव को तीन दिनों तक मदरसे में छुपाने के बाद मृतक बच्चे के शव को उसके घर छोड़ दिया गया इस जघन्य हत्याकांड के बाद सुर्खियों में आए पाकिस्तानी दावत-ए-इस्लामी संगठन के जनपद में सक्रिय होने की सूचना मिली अल्ताब कादारी ने पाकिस्तानी संगठन दावत-ए इस्लामी का जिले में नेटवर्क होने तथा चंदा एकत्रित करने के लिए दुकानों पर गुल्लक रखने सहित तमाम गंभीर आरोप लगा
फंडिंग की हो रही जांच
दारुल उलूम गरीब नवाज नाम की एक संस्था इस चलता था जो जो बच्चों को शिक्षा देता था. इसमें 2008 में व्यक्ति गड़बड़ियां होने के कारण बंद कर दिया गया. 2015 में मदरसे में एक छात्र की हत्या के बावत बाबत इसमें पाकिस्तानी संस्था द्वारा द्वारा वित्त पोषित है यहां के मदरसे को सिर्फ 500 रुपये में भवन दे दिया गया है पाकिस्तान की संस्था दावते इस्लामी के जांच की मांग वर्ष 2015 से ही की जा रही है यहां पर पाकिस्तान की संस्था दावते ए इस्लामी जिसका संस्थापक मोहम्मद इलयास कादरी जो कि कराची पाकिस्तान का है कि संस्था यहां पर मदरसा चलाती है और यहां पर छोटी बालिकाओं को मोहम्मद इलियास कादरी की किताबो से दीनी तालिका दी जा रही है.
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने दावते ए इलामिक के दो मदरसों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान ट्रस्ट, फंडिंग, तालीम आदि से संबंधित कई बिंदुओं पर जानकारी ली. जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा ने बताया कि शुरुआती छानबीन में मदरसों की मान्यता न होने व दावत-ए-इस्लामी के सहयोग से संचालित होना सामने आया है, जांच चल रही है. अभिलेख लेकर कार्यालय बुलाया है.पाकिस्तान की संस्था दावते ए इस्लाम सोनभद्र के राबर्ट्सगंज में मदरसा चला रही हैं. उसके अंदर बालिकाओं को सॉफ्ट टारगेट कर दीनी, इस्लामिक शिक्षा दी जाती हैं. वह भी दावते ए इस्लाम के संस्थापक इलियास कादरी की लिखी पुस्तकें चलाई जाती हैं. इसमें पाकिस्तान के इस संगठन द्वारा फंडिंग भी करने का आरोप हैं जो जांच का विषय है.
'शिक्षा देना कोई गलत बात नहीं'
इस प्रकरण की जानकारी सदर विधायक भूपेश चौबे को हुई तो उन्होंने इस मामले की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से देने व जांच कराने की बात कही हैं. इस बात की जानकारी गृहमंत्री अमित शाह को भी देंगे. शिक्षा देना कोई गलत बात नहीं हैं, बल्कि धर्म के आड़ में कट्टरता को बढ़ावा देने गलत हैं. हम अपने क्षेत्र में किसी भी तरह के कट्टरता को स्वीकार नहीं करेंगे.
(सोनभद्र से संतोष सोनी की रिपोर्ट)
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