UP News: सोनभद्र में आदिवासियों से मारपीट पर भड़के बीजेपी के पूर्व सांसद, मणिपुर घटना का किया जिक्र
Sonbhadra News: आदिवासियों के साथ मारपीट मामले पर पूर्व सांसद ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने भरी सभा में वन विभाग को चेतावनी देते हुए चौकी फूंकने की धमकी दी.
UP News: सोनभद्र में वन कर्मियों और ग्रामीणों के बीच झड़प और मारपीट मामले ने तूल पकड़ लिया है. केवटम गांव पहुंचे समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव सिंह गोंड और पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार ने घटना के लिए वन विभाग को जिम्मेदार बताया. दोनों नेताओं ने वन विभाग के कर्मियों को आदिवासियों का उत्पीड़न बंद करने की हिदायत दी. उन्होंने चेतावनी दी कि आदिवासियों को भड़काने का अंजाम ठीक नहीं होगा. वायरल वीडियो में पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार आदिवासियों की सभा में वन विभाग को धमकी देते हुए सुने जा सकते हैं. बता दें कि मारपीट के विरोध में सोमवार को ग्रामीणों ने वन चौकी पर पहुंचकर बवाल काटा था.
आदिवासियों के साथ मारपीट मामले ने पकड़ा तूल
पूर्व सांसद ने कहा कि घर में घुसकर आदिवासियों के साथ मारपीट हो रही है. क्षेत्राधिकारी के सामने उन्होंने वन विभाग पर आदिवासियों को भड़काने का आरोप लगाया. अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए उन्होंने थाना फूंकने की भी बात कही. पूर्व सांसद ने कहा कि आदिवासियों के उत्पीड़न की वजह से मणिपुर में हाहाकार मचा हुआ है. मणिपुर की सरकार फेल हो गई है. बता दें कि पशु चराने को लेकर हुए विवाद में वन कर्मियों ने ग्रामीणों के साथ मारपीट की थी.
वन विभाग के खिलाफ क्या बोले मंत्री और पूर्व सांसद?
मंत्री संजीव सिंह गोंड और पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार आदिवासियों का हाल जानने केवटम गांव पहुंथे. बीजेपी नेता और पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार ने कहा कि केवटम में वन विभाग आदिवासियों पर अंग्रेजों से भी अधिक उत्पीड़न कर रहा है. मारापीट के संबंध में लिखित तहरीर आदिवासियों की तरफ से थाना प्रभारी मांची और सीओ को दी गई. उन्होंने कहा कि झूठे मुकदमे में फंसाए गए आदिवासियों की रिहाई पर भी चर्चा हुई. पूर्व सांसद उत्तर प्रदेश आदिवासी खरवार संघ के अध्यक्ष भी हैं. राज्य मंत्री संजीव सिंह गोंड ने बताया कि केवटम में आदिवासियों का वन विभाग उत्पीड़न कर रहा है.
मारपीट मामला मणिपुर जैसी घटना-छोटेलाल खरवार
उन्होंने आरोप लगाया कि वन विभाग को पैसा मिलने पर आदिवासियों के अच्छा व्यवहार होता है. पैसे नहीं देनेवालों के साथ गलत व्यवहार और अत्याचार होता है. उन्होंने कहा कि नगवां क्षेत्र में वन विभाग आदिवासियों का उत्पीड़न कर रहा है, अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा. वन मंत्री ने आरोपियों पर कार्रवाई का भरोसा दिसा है. आदिवासियों के उत्पीड़न पर पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने मारपीट मामले को मणिपुर जैसी घटना बताते हुए थाना फूंकने तक की धमकी दी. पूर्व सांसद का बीजेपी सरकार को घेरने पर विपक्ष ने मुद्दा बना लिया. विवाद बढ़ने पर पूर्व सांसद ने सफाई में बयान पर अटल रहने की बात कही. उन्होंने कहा कि बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है.