रायबरेली,एबीपी गंगा : कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और पार्टी की रायबरेली से उम्मीदवार सोनिया गांधी ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट में चार सेटों में पर्चा दाखिल किया। ये उनका यहां से पांचवां चुनाव है। नामांकन से पहले उन्होंने केंद्रीय कार्यालय में मां अपराजिता की पूजा-अर्चना की। उसके बाद वाहनों के काफिले में कलेक्ट्रेट की ओर चलीं। भीड़ के बीच सिर्फ एक बार वाहन पर खड़ी होकर कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया, बाकी कभी गाड़ी का शीशा बंद तो कभी खोलकर हाथ जोड़ती रहीं। करीब एक किलोमीटर की दूरी तय करने में एक घंटे से अधिक का समय लग गया। नामांकन के दौरान उनके साथ राहुल गांधी, प्रियंका, राबर्ट वाड्रा भी मौजूद रहे। साथ ही पहली बार सार्वजनिक रूप से नाती रेहान वाड्रा कक्ष के बाहर ही खड़े रहे।


सुबह नौ बजे से ही केंद्रीय कार्यालय के चारों ओर लोगों का जमावड़ा लग गया। वहां पर करीब साढ़े बारह बजे सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल व बेटी प्रियंका के साथ पहुंचीं। इसके बाद सोनिया का काफिला कलेक्ट्रेट की ओर रवाना हुआ। हर कदम पर भीड़ उमड़ती रही। करीब एक घंटे बाद काफिला डिग्री कॉलेज चौराहा के पास पहुंचा, जहां सभी को रोक दिया गया। यहां से सिर्फ सोनिया और उनके साथ अनुमति पाए लोग ही अंदर वाहन से जा सके।


करीब 20 मिनट तक नामांकन की औपचारिकता पूरी कर वे बेटे-बेटी के साथ बाहर निकलीं। फिर मीडिया से मुखातिब हुईं। सवालों का जवाब देती हुई बोलीं कि कोई अपराजेय नहीं है, शायद 2004 के चुनाव में भी ऐसा माहौल दिख रहा था। वहीं इसके बाद राहुल गांधी सामने आए और राफेल के मामले में प्रधानमंत्री को घेरते हुए डिबेट करने की बात कही।